बाबरी मस्जिद के नीचे से राम मंदिर का सबूत लाने वाले प्रो बीबी लाल को साल 2000 में मिला था पद्मभूषण सम्मान

प्रो. लाल ने यूपी के हस्तिनापुर, ओडिशा के शिशुपालगढ़, दिल्ली के पुराण किला, राजस्थान के कालीबंगन सहित ऐतिहासिक स्थलों की खोदाई का नेतृत्व किया था. सबसे महत्वपूर्ण खोज थी बाबरी मस्जिद के नीचे से राम मंदिर की खोज. ASI विभाग के प्रो. लाल को उनके रिसर्च के आधार पर वर्ष 2000 में पद्म भूषण से नवाजा गया था.

By Prabhat Khabar News Desk | September 11, 2022 11:01 AM

Prof Bb Lal biography: 101 साल की उम्र में प्रो. बीबी लाल का निधन हो गया. देश के दूसरे नागरिक सम्मान से सम्मानित प्रो. लाल अपनी पुरातात्विक खोजों के लिए काफी प्रसिद्ध थे. उनका पूरा नाम ब्रजबासी लाल था. उनका जन्म 2 मई 1921 को उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के बैडोरा गांव में हुआ था. प्रो. लाल ने यूपी के हस्तिनापुर, ओडिशा के शिशुपालगढ़, दिल्ली के पुराण किला, राजस्थान के कालीबंगन सहित ऐतिहासिक स्थलों की खोदाई का नेतृत्व किया था. इनकी सबसे महत्वपूर्ण खोज थी बाबरी मस्जिद के नीचे से राम मंदिर की खोज. एएसआई विभाग के प्रो. लाल को उनके रिसर्च के आधार पर वर्ष 2000 में पद्म भूषण सम्मान से नवाजा गया था.

उजागर कर दिया था राम मंदिर का राज

राम मंदिर का मामला सैकड़ों साल पुराना था. मुगल काल में राम मंदिर तोड़कर मस्जिद बनवाए जाने की बात कही गई. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्रो. एके नारायण ने 60 के दशक में पहली बार अयोध्या के आर्कियोलॉजिकल सर्वे का काम शुरू कराया गया. यह प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ पाया. इसके बाद खोदाई का काम बीबी लाल ने अपने नेतृत्व में ले लिया. यहां से प्राचीन वस्तुएं मिलने पर इसकी जानकारी उन्होंने बीएचयू प्रशासन को दी. इन्हीं पुरातात्विक साक्ष्य के आधार पर सुप्रीम कोर्ट में साबित हुआ कि अयोध्या में राम मंदिर था. अपने करियर के दौरान उन्होंने 50 से अधिक किताबें लिखीं और 150 से अधिक शोध पेपर का प्रकाशन कराया. प्रो. बीबी लाल ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से संस्कृत विषय से मास्टर डिग्री तक की पढ़ाई की. इसके बाद वे पुरातत्व की तरफ मुड़े. तक्षशिला से उन्होंने अपने शोध की शुरुआत की. हड़प्पा जैसे स्थलों पर होने वाले उत्खनन टीम का हिस्सा रहे. ब्रिटिश पुरातत्वविद मोर्टिमर व्हीलर के नेतृत्व में उन्होंने प्रशिक्षण लिया.

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