Good News: उन्नाव के नवाबगंज में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने का प्रस्ताव, पक्षी विहार से महज 5 किलोमीटर दूर
दिल्ली-एनसीआर की तर्ज पर लखनऊ-कानपुर राज्य राजधानी क्षेत्र में तीन और शहरों सीतापुर, रायबरेली और हरदोई को भी शामिल किया गया है. इससे पहले लखनऊ और कानपुर के अलावा उन्नाव और बाराबंकी शहर ही शामिल थे. कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) की नामित एजेंसी ने इसके लिए सर्वे करके अपनी रिपोर्ट दे दी है.
Unnao News: उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के नवाबगंज में जेवर से भी बड़ा इंटरनेशनल एरयपोर्ट बनाने का प्रस्ताव पेश किया गया है. शासन के निर्देश पर केडीए ने राज्य राजधानी क्षेत्र के तहत जो कांसेप्ट प्लान बनाया है, उसमें नवाबगंज पक्षी विहार से एयरपोर्ट की न्यूनतम दूरी 5 किलोमीटर रखी गई है ताकि पक्षियों के हैबीटैट पर कोई असर न पड़े.
तीन और शहर शामिल
दिल्ली-एनसीआर की तर्ज पर लखनऊ-कानपुर राज्य राजधानी क्षेत्र में तीन और शहरों सीतापुर, रायबरेली और हरदोई को भी शामिल किया गया है. इससे पहले लखनऊ और कानपुर के अलावा उन्नाव और बाराबंकी शहर ही शामिल थे. कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) की नामित एजेंसी ने इसके लिए सर्वे करके अपनी रिपोर्ट दे दी है. इसमें सबसे अहम प्रस्ताव नवाबगंज इंटरनेशनल एयरपोर्ट का है. एयरपोर्ट बनने के लिए लगभग 10 हजार एकड़ जमीन की जरूरत होगी. जमीन को चिन्हित करने का भी कार्य शुरू हो गया है.
बिहार, झारखंड और मध्यप्रदेश के लोगों को सहूलियत
कानपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रोजेक्ट को तैयार करने में लगभग 9 महीने लगे हैं. नवाबगंज के पास इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि अमौसी एयरपोर्ट का विस्तार अब और नहीं हो सकता. आबादी लगातार बढ़ रही है. इस एयरपोर्ट का फायदा न सिर्फ राज्य राजधानी क्षेत्र बल्कि बुंदेलखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश के शहरों, झारखंड, बिहार और मध्य प्रदेश तक के लोगों को मिलेगा.