PFI पर हमेशा के लिए लगे प्रतिबंध, वाराणसी में भारतीय आवाम पार्टी ने किया प्रदर्शन, पुतला फूंका
पॉपुलेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर प्रतिबंध का मुस्लिम समुदाय भी समर्थन कर रहा है. बुधवार को वाराणसी के लमही में प्रदर्शन करते हुए पीएफआई पर हमेशा के लिये प्रतिबंध लगाने की मांग की गयी. साथ ही कार्यकर्ताओं के आधार कार्ड व पासपोर्ट जब्त करने की मांग की गयी.
Varanasi News: सरकार पीपुल्स फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर हमेशा के लिए प्रतिबंध लगाए. सिर्फ पांच साल के लिए इस देश विरोधी संगठन को प्रतिबंधित करना काफी नहीं है. यह कहना है भारतीय अवाम पार्टी का. पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को पीएफआई पर आजीवन प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया.
भारतीय आवाम पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कथाकार और उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जन्मस्थली लमही में स्मृति द्वार के पास पीएफआई का पुतला जलाया. इस प्रदर्शन में काफी संख्या में मुस्लिम महिलाओं ने भी हिस्सा लिया और आवाज बुलंद की. प्रदर्शनकारियों ने ‘वो खूनी खेल खेले, तो हम चुप रहें, वो मुल्क की बर्बादी का नारा लगाएं तो हम चुप रहें, वो देश तोड़ने की साजिश को अंजाम दें तो हम चुप रहें, लेकिन अब चुप्पी टूटेगी और देश के गद्दारों के खिलाफ अवाम सड़कों पर उतरेगी’ के नारे लगाये गये.
पार्टी अध्यक्ष नजमा ने कहा कि देश विरोधी ताकतें भारत को तोड़ना चाहती हैं. जब भी सरकार इनके खिलाफ कार्रवाई करती है तो ये मुसलमान की खोल में छुपकर संविधान की दुहाई देते हैं. पीएफआई देश विरोधी संगठन है. इस पर तुरंत लगाम लगाई जाए और इसके कार्यकर्ताओं की संपत्ति जब्त कर आरोपियों को जेल में डाला जाए.
Also Read: Ban On PFI: सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएफआई पर लगे बैन का किया स्वागत, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बोले…पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ज्ञान प्रकाश ने कहा कि PFI मुस्लिम युवाओं में देश के खिलाफ नफरत का बीज बो रही है. साथ ही देश के हर हिस्से में संगठित और प्रशिक्षित आतंकी पैदा करना चाहती है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार से हमारी मांग है कि पीएफआई पर केवल पांच साल नहीं बल्कि आजीवन प्रतिबंध लगे. इस देशविरोधी संगठन के सदस्यों के आधार कार्ड के साथ पासपोर्ट जब्त किया जाए, ताकि ये दूसरा संगठन न बना सकें.
Also Read: Varanasi: काशी में मांस-मदिरा की बिक्री के खिलाफ सामाजिक संस्था ने भरी हुंकार, लोगों को किया जागरूकपार्टी के प्रदेश महासचिव अजय सिंह ने कहा कि पीएफआई के नेता जेल में हैं, लेकिन उनके समर्थक बाहर हैं. अगर वे किसी तरह से देश के खिलाफ कोई काम करेंगे तो हम चुप नहीं बैठेंगे. देश के अंदर के गद्दारों से दो–दो हाथ करने का वक्त आ गया है. अफसर बाबा ने कहा कि पीएफआई आतंकी संगठन है. इसके सदस्य लोगों को गुमराह कर रहे हैं. ये हिंसा फैलाने का काम करते हैं. पूरे देश में इनके कार्यालयों पर ताला बंद करना चाहिए.