purvanchal Expressway Collapsed: पूर्वांचल एक्सप्रेसवे एक बार फिर चर्चा में है. अक्टूबर के महीने में हो रही बारिश ने 340.824 किलोमीटर लंबी इस सड़क की मजबूती को पलीता लगा दिया है. 22,494 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस सड़क में गुरुवार की रात 15 फीट गहरा गड्ढा हो गया. इस गड्ढे के चलते कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं. मामला तूल पकड़ने लगा. इसका उद्घाटन 14 नवंबर, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हुआ था. उसके बाद से यह दूसरी बार हुआ है जब इस एक्सप्रेसवे पर बारिश के चलते गड्ढे हो गए हैं. ऐसे में विपक्षी दल भी इसे लेकर राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमलावर होते नजर आ रहे हैं. वहीं, इस सड़क के माध्यम से आने-जाने वाले इस पर चलने से कतरा रहे हैं.
हाल-फिलहाल ही बना 'पूर्वांचल एक्सप्रेस वे' अभी दो बरसात भी नहीं देख पाया कि टूटकर धंस गया।
— UP Congress (@INCUttarPradesh) October 6, 2022
हलियापुर थाना क्षेत्र के पास इस पर लगभग 15 फुट गहरा गड्ढा हो गया है, जिस कारण कई वाहनों के क्षतिग्रस्त होने की भी सूचना मिल रही है।
सरकार के भ्रष्टाचार का इससे बड़ा साक्ष्य क्या होगा? pic.twitter.com/bIGlVPDtl3
जानकारी के मुताबिक, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे में हलियापुर के पास अचानक सड़क धंस गई. इस दौरान करीब 15 फीट का गहरा गड्ढा हो गया. इस हादसे में कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं. कुछ लोगों को मामूली चोटें भी आई हैं. सूचना पर यूपीडा टीम और पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे और राहत बचाव कार्य शुरू कराया. रातों रात यूपीडा ने गड्ढे को भरकर पैच कर दिया गया है. अब इसका वीडियो सोशल मीडिया में काफी वायरल हो रहा है. इसे लेकर यूपी कांग्रेस की ओर से आधिकारिक ट्वीटर अकांउट से ट्वीट करते हुए कहा है, ‘हाल-फिलहाल ही बना ‘पूर्वांचल एक्सप्रेस वे’ अभी दो बरसात भी नहीं देख पाया कि टूटकर धंस गया. हलियापुर थाना क्षेत्र के पास इस पर लगभग 15 फुट गहरा गड्ढा हो गया है. इस कारण कई वाहनों के क्षतिग्रस्त होने की भी सूचना मिल रही है. सरकार के भ्रष्टाचार का इससे बड़ा साक्ष्य क्या होगा?’
दरअसल, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे भारत के नए एक्सप्रेसवे में से एक है. इसके निर्माण के समय से यूपी सरकार ने इसकी काफी तारीफ की थी. इसे 14 नवंबर, 2021 को जनता के लिए खोल दिया गया था. उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुल्तानपुर जिले के करवल खीरी में किया था. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे मार्ग उत्तर में दिल्ली और पूर्व में पटना जैसे अन्य राज्यों के साथ यूपी की कनेक्टिविटी को बढ़ाता है. मगर इसकी मजबूती को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं. लखनऊ के चांद सराय गांव से शुरू होकर गाजीपुर के हैदरिया गांव में समाप्त होने वाली इस सड़क पर बारिश के चलते 15 फीट गहरा गड्ढा हो गया है. गुरुवार की रात हुई इस घटना के बाद कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं. 6 लेन वाली इस सड़क का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) ने किया है.
भविष्य में इसे जरूरत पड़ने पर 8 लेन का भी बनाया जा सकता है. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के नौ जिलों लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरता है. मार्च 2015 में तत्कालीन अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे परियोजना को लखनऊ-आजमगढ़-बलिया एक्सप्रेसवे के रूप में लांच किया था. बाद में अक्टूबर 2015 में इसे योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के तहत पूर्वांचल एक्सप्रेसवे परियोजना के रूप में लांच किया गया था. बता दें कि तकरीबन 11 महीने पहले बनकर तैयार हुए पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर मई 2021 में भी तीन दिनों तक हुई बरसात में कुवांसी-हलियापुर के बीच एक्सप्रेसवे के अंडर पास की बीम दरक गई थी. उस समय भी काफी हंगामा हुआ था.
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