Gorakhpur News: गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों पर हमले के आरोपी अहमद मुर्तुजा अब्बासी के करीबियों की तलाश में एटीएस ने छापेमारी तेज कर दी है. इस क्रम में एटीएस ने कानपुर, संभल, दिल्ली, गोरखपुर, लखनऊ और सहारनपुर सहित सात जिलों में छापेमारी की है. सूत्रों के अनुसार, एटीएस ने नोएडा से तीन, कानपुर, संभल, दिल्ली और गोरखपुर से दो और लखनऊ से एक युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है.
इस पूरे घटनाक्रम में हिरासत में लिए गए युवकों से एटीएस की गहन पूछताछ जारी है. इंजीनियरिंग के दौरान मुर्तजा अब्बासी कट्टरपंथियों के संपर्क में आ गया था. मुर्तजा के बैंक अकाउंट की जांच में इनके बैंक खाते में 20 लाख रुपये भी मिले हैं, नेपाल के बैंकों के जरिए सीरिया में भी रुपए भेजे गए थे ,एटीएस ने अभी तक मुर्तुजा के मोबाइल से 40 से अधिक संदिग्धों की सूची भी बनाई है.
एटीएस ने मुर्तजा के मोबाइल नंबर के जरिए 40 से अधिक संदिग्ध लोगों की सूची भी बनाई है, और उनके बारे में गहन जांच-पड़ताल भी शुरू कर दी है. एटीएस द्वारा जांच पड़ताल में मुर्तजा के खाते से 20 लाख रुपए भी मिले हैं, लेकिन इस मामले में अभी अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं, फिलहाल एटीएस लखनऊ मुख्यालय मी मुर्तुजा से पूछताछ कर रही है.
गोरखनाथ मंदिर के मुख्य द्वार पर पीएसी के जवानों पर हुए हमले के तार सहारनपुर से भी जुड़े हो सकते हैं, लखनऊ एटीएस की जानकारी के आधार पर सहारनपुर एटीएस ने बुधवार को सहारनपुर के छुटमलपुर के एक युवक को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ कर रही है. सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार एटीएस लखनऊ को यह जानकारी मिली थी कि छुटमलपुर में मोबाइल की दुकान चलाने वाला हाफिज अब्दुल रहमान भी मुर्तजा के संपर्क में है, और दोनों एक साथ नेपाल भी गए थे. इतना ही नहीं दोनों का सीरिया के एक आतंकी संगठन से इनका संपर्क भी है.
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अहमद मुर्तजा और हाफिज अब्दुल रहमान का संबंध पिछले 5 वर्षों से है. यह भी जानकारी मिली है कि अब्दुल मुर्तजा और हाफिज अब्दुल रहमान रोजाना 10 से ज्यादा बार आपस में फोन से बात भी करते थे. सूत्रों की माने तो यह दोनों रात 9 बजे के बाद सीरिया में कॉन्फ्रेंस पर किसी अन्य व्यक्ति से भी बात करते थे, सीडीआर के मुताबिक रहमान और मुर्तजा गोरखनाथ मंदिर में हुए घटने के दिन भी बातचीत किए थे ।
एटीएस की छानबीन में यह भी सामने आया है कि आईएस के आतंकियों के प्रभाव में आकर मुर्तजा ने वर्ष 2012 से 2015 के बीच नेपाल के बैंक के जरिए बड़ी रकम सीरिया के कुछ खातों में ट्रांसफर की थी. इस तथ्यों की पड़ताल में एटीएस ने बैंक खातों की छानबीन में तेजी कर दी है.
रिपोर्ट- कुमार प्रदीप