UP: CM योगी से मिले राजपाल यादव और निरहुआ, आजमगढ़ के लिए उठाई ये मांग
UP News: बॉलीवुड के हास्य कलाकार राजपाल यादव और भोजपुरी सिनेमा के अभिनेता दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ रविवार शाम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से मुलाकात की.
UP News: बॉलीवुड के हास्य कलाकार राजपाल यादव और भोजपुरी सिनेमा के अभिनेता दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ रविवार शाम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) से मुलाकात की. दोनों एक्टर मुख्यमंत्री के 5 कालिदास मार्ग पर स्थित आवास पर पहुंचे थे. इस दौरान सीएम योगी ने दोनों दिग्गज एक्टर्स ने श्रीराम की प्रतिमा और तस्वीर भेंट की, वहीं इस दौरान निरहुआ ने सीएम योगी को आज़मगढ़ शहर के विकास के लिए मास्टर प्लान से संबंधित ज्ञापन सौंपा. इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट कर दी गई.
#UPCM श्री @myogiadityanath जी से आज उनके सरकारी आवास पर फिल्म अभिनेता श्री @rajpalofficial जी एवं भोजपुरी फिल्म अभिनेता श्री @nirahua1 जी ने शिष्टाचार भेंट की। pic.twitter.com/zhnfJ13zbY
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) April 24, 2022
दिनेश लाल यादव ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने आजमगढ़ के विकास के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की है. इस दौरान उन्होंने सीएम को एक ज्ञापन सौंपा है जिसमें जल निकासी, सड़कों के चौड़ीकरण, पुरानी जेल की ज़मीन पर पार्क, मिनी शॉपिंग सेंटर, मल्टी लेवल पार्किंग जैसे मुद्दों से उन्हें अवगत कराया. निरहुआ ने अपने ट्विटर पर पोस्ट कर लिखा, मुख्यमंत्रीजी से मिलकर आज़मगढ़ शहर के स्वर्णिम विकास के लिए मास्टर प्लान से संबंधित ज्ञापन सौंपा. जिसमें जलनिकासी, सड़कों के चौड़ीकरण, पुरानी जेल की ज़मीन पर पार्क, मिनी शोपिंग सेंटर, मल्टी लेवल पार्किंग जैसे मुद्दों से अवगत कराया.”
बता दें कि इस बात की चर्चा है कि आजमगढ़ में होने वाले संसदीय उपचुनाव में भाजपा के पूर्व लोकसभा प्रत्याशी व भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव उर्फ़ निरहुआ मैदान में उतर सकते हैं. वहीं कुछ दिनों पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला करते हुए भोजपुरी एक्टर ने कहा था कि भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव ने कहा, ‘मैंने साल 2019 के चुनाव के समय ही कहा था सिर्फ अखिलेश कहते थे आजमगढ़ और इटावा मेरा घर है. मगर अपने निजी स्वार्थ के लिए कभी भी आजमगढ़ को छोड़ सकते हैं और ठीक वैसा ही हुआ. वे अपने निजी स्वार्थ के लिए आजमगढ़ को छोड़कर चले गए.’