Lucknow: रक्षाबंधन सावन महीने की पूर्णिमा को होता है. 11 अगस्त को सुबह 10.38 बजे से रात 8.51 तक भद्रा रहेगी. ऐसे में रक्षाबंधन मान्य नहीं होता है. पंडित जितेंद्र शास्त्री के अनुसार 12 अगस्त को रक्षा बंधन मनाना सही होगा. रात में रक्षाबंधन नहीं मनाया जाता है. उदया तिथि के अनुसार 12 अगस्त को रक्षाबंधन मनाना सर्वोत्तम है.
पं. जितेंद्र शास्त्री ने बताया कि 12 अगस्त को सुबह 6.12 बजे से रात 7.05 बजे तक पूर्णिमा तिथि रहेगी. इस दौरान बहनें भाइयों को राखी बांध सकती हैं. 12 अगस्त को पूरा दिन रक्षाबंधन त्योहार मानाया जा सकता है. इसमें किसी सोच-विचार की जरूरत नहीं है. बहनें भाइयों को पूरे दिन राखी बांध सकती हैं.
Also Read: Raksha Bandhan 2022: भद्रा क्या है? भद्रा काल में राखी क्यों नहीं बांधनी चाहिए?पं. जितेंद्र शास्त्री के अनुसार रक्षाबंधन चतुर्दशी को ही मनायी जाती है. लेकिन 11 अगस्त को रात 8.25 तक भद्रा है. इसके बाद 5.30 तक सूर्यास्त रहेगा. सूर्यास्त में भारतीय परंपरा के अनुसार बंधन वर्जित है. इसलिये उदया तिथि 12 अगस्त को मिल रही है. उसी दिन भारत में रक्षाबंधन मनाया जाना उचित है. भद्रा में शुभ कार्य वर्जित है. इसलिये रक्षाबंधन 12 अगस्त को ही मनाया जाना है.
उन्होंने बताया कि इसी दिन सुबह 5.52 बजे से 11.45 बजे तक चौघडि़या मुहुर्त होगा. जिसमें राखी बांधना सर्वोत्तम होगा. इसके अलावा दोपहर 1.15 बजे से 2.45 बजे तक और शाम 4.15 और 5.45 बजे तक चौघड़िया मुहुर्त रहेगा. इस दौरान भी रक्षा सूत्र बांधना सर्वोत्तम रहेगा.
Also Read: Sawan Purnima 2022: आज है श्रावन पूर्णिमा, जानें शुभ मुहूर्त और स्नान दान का महत्वहिंदू धर्म के अनुसार सूर्यास्त के बाद कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए. इस वजह से भद्रा काल या रात में भाइयों को राखी नहीं बांधी जा सकती. वहीं, 12 अगस्त को सुबह 7.05 बजे तक पूर्णिमा है. और इस समय भद्रा नहीं है ऐसे में उदया तिथी को मानते हुए 12 अगस्त को राखी बांधना अधिक शुभ है. यदि आप 12 अगस्त को राखी बांधना चाहते हैं तो सुबह 7.05 बजे से पहले यह शुभ कार्य करें.