आगरा में रामबारात और जनकपुरी के लिए आती थी लाखों की भीड़, दर्जनों सिनेमा हॉल रातभर चलाते थे स्पेशल शो
आगरा में श्री राम बारात व जनकपुरी देखने आने वाले लोग इन सिनेमा हॉलों में अपनी मनपसंद फिल्मों को देखकर आनंद लेते थे. लेकिन जैसे-जैसे मल्टीप्लेक्स ने अपनी जगह बनाई तो आगरा में गिनती के ही सिनेमा हॉल बचे और राम बारात व जनकपुरी में आने वाले लोगों की संख्या भी कम हो गई.
Agra News: उत्तर भारत की सुप्रसिद्ध राम बारात और जनकपुरी को देखने के लिए सालों से लाखों की संख्या में लोग आगरा आते थे. ऐसे में पूर्व समय में आगरा आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते जिले के सभी बड़े सिनेमा हॉल पूरी रात खुले रहते थे. वह अपने दर्शकों के लिए स्पेशल शो शुरू करते थे. उस समय आगरा में करीब 2 दर्जन से अधिक सिनेमा हॉल हुआ करते थे. आगरा में श्री राम बारात व जनकपुरी देखने आने वाले लोग इन सिनेमा हॉलों में अपनी मनपसंद फिल्मों को देखकर आनंद लेते थे. लेकिन जैसे-जैसे मल्टीप्लेक्स ने अपनी जगह बनाई तो आगरा में गिनती के ही सिनेमा हॉल बचे और राम बारात व जनकपुरी में आने वाले लोगों की संख्या भी कम हो गई.
आगरा में सिनेमा हॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष और राजीव सिनेमा के स्वामी सुबोध गर्ग ने बताया कि जिले में श्री राम बारात और जनकपुरी देखने के लिए लाखों की संख्या में लोग आगरा व आसपास के जिलों और प्रदेशों से आते थे. ऐसे में सिनेमा हॉल में रात के 12:00 बजे के बाद करीब 2 व 3 शो अलग से चलते थे और सभी के सिनेमा हॉल रात भर दर्शकों की संख्या से फुल रहते थे.
सुबोध गर्ग ने बताया कि उनके सिनेमा हॉल राजीव सिनेमा में एक बार में 940 लोगों के बैठने की सुविधा थी. ऐसे में आम दिनों में सिनेमा हॉल में सिर्फ रात 12:00 बजे तक शो चला करते थे. लेकिन राम बारात और जनकपुरी सजने के समय में वह 12:00 से 3:00, 3:00 से 6:00 और 6:00 से 9:00 के शो अलग से चलाया करते थे और उनके इन तीनों शो में दर्शकों की संख्या फूल हुआ करती थी. दरअसल उनका कहना है कि पहले राम बारात करीब 6:00 बजे से शुरू हो जाया करती थी और रात 12:00 बजे तक समाप्त भी हो जाती थी. ऐसे में कई लोग ऐसे थे जो राम बारात देखने के बाद फ़िल्म देखने आते थे और कई ऐसे भी थे जो राम बारात से पहले ही फ़िल्म देख लिया करते थे.
सुबोध गर्ग का कहना है कि अंतिम बार उनके सिनेमा हॉल में इतनी भीड़ वर्ष 2005 में आई. इसके बाद जनकपुरी और श्रीराम बारात में आने वाले लोगों की भीड़ साल दर साल घटती चली गई. जिसकी वजह से सिनेमा हॉल में चलने वाले स्पेशल शो भी बंद होने लगे. वहीं कुछ सालों बाद इन सिनेमा हॉल की जगह मल्टीप्लेक्स ने और मोबाइल ने ले ली जिसकी वजह से आगरा में तमाम सिनेमा हॉल बंद हो गए.
सुबोध गर्ग ने बताया कि आगरा में पहले करीब 32 बड़े सिनेमा हॉल थे. इन सभी सिनेमा हॉल में अगर देखा जाए तो 900 से 1000 लोगों के एक साथ बैठने की क्षमता थी. ऐसे में राम बारात और जनकपुरी के समय करीब 20 के आस पास सिनेमा हॉल स्पेशल शो चलाया करते थे. ऐसे में इन 20 सिनेमा हॉल में अगर देखा जाए तो करीब 40 हजार लोग एक शो में पिक्चर देखते थे.
इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि राम बारात और जनकपुरी में लाखों की संख्या में लोग शामिल होते थे. सिनेमा हॉल संचालक सुबोध गर्ग ने बताया कि अब आगरा में मात्र 11 सिनेमा हॉल बचे हैं अधिकतर बंद हो गए हैं. इन 11 सिनेमा हॉल में सिंगल स्क्रीन फिल्म चलाई जाती है और अब पहले की तरह राम बारात व जनकपुरी में लोग भी लाखों की संख्या में नहीं आते. ऐसे में सिनेमा हॉल में पहले जैसी भीड़ भी इकट्ठी नहीं हो पाती. वर्तमान में सिंगल स्क्रीन सिनेमा हॉल के नाम पर अब राजीव, भगवान, चित्रा, महालक्ष्मी, संगीता, शांति, श्री, संजय, मेहर, पन्ना और हीरा बचे हैं.
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रिपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत