अयोध्या : अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का निमार्ण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है. इसकी जानकारी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने ट्वीट कर दी है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच अगस्त को भूमि पूजन कर चांदी की ईंट और चांदी के फावड़े से ‘श्री राम जन्मभूमि मंदिर’ निर्माण की आधारशिला रखी थी.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने ट्वीट किया, जय श्री राम! प्रभु श्रीराम की पावन जन्मभूमि पर उनके भव्य और दिव्य मन्दिर के निर्माण का कार्य माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा भूमिपूजन पश्चात प्रारम्भ हो गया है. श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र सभी श्रीराम भक्तों का आह्वान करता है कि मन्दिर निर्माण हेतू यथाशक्ति व यथासंभव दान करें.
मालूम हो राम मंदिर निर्माण की नींव रखने के बाद मोदी ने कहा था कि सदियों का इंतजार खत्म हुआ है. इत्तेफाक से पिछले साल पांच अगस्त के दिन ही भाजपा सरकार ने जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को निरस्त कर विचारधारा से जुड़े अपने एक अन्य प्रमुख वादे को पूरा किया था. दशकों तक हिन्दू-मुस्लिम समुदायों के बीच विवाद का केंद्र रहे श्री राम जन्मभूमि स्थल पर जब मोदी पूजा-अर्चना कर रहे थे, उस वक्त देशभर के लोग अपने घरों में टेलीविजन से चिपके रहे और इस पल के गवाह बने.
जय श्री राम!
प्रभु श्रीराम की पावन जन्मभूमि पर उनके भव्य और दिव्य मन्दिर के निर्माण का कार्य माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा भूमिपूजन पश्चात प्रारम्भ हो गया है।
श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र सभी श्रीराम भक्तों का आह्वान करता है कि मन्दिर निर्माण हेतु यथाशक्ति व यथासंभव दान करें। pic.twitter.com/Y7oTmuPOiL
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) August 12, 2020
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम देख रहे न्यास के एक सदस्य ने बताया कि मंदिर का ढांचा भूकंप रोधी और हजार सालों तक प्राकृतिक आपदाओं को झेलने में सक्षम होगा. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा कि मंदिर की नींव के स्तंभ उतने गहरे होंगे जितने नदियों पर बनने वाले पुलों के होते हैं जिससे मंदिर भूकंप रोधी होगा.
उन्होंने कहा कि मंदिर इतना मजबूत होगा कि हजार सालों तक प्राकृतिक आपदाओं को झेल सके. राय ने कहा कि मंदिर निर्माण का कार्य करने वाले कंपनी ‘लार्सन एंड टर्बो’ ने उन्हें बताया कि मंदिर के नींव की योजना जल्द ही तैयार हो जाएगी क्योंकि यह अंतिम चरण में है. उन्होंने कहा, हम तय शुल्क अदा करने के बाद अयोध्या विकास प्राधिकरण से योजना पारित करवाएंगे. हम किसी तरह की छूट नहीं चाहते.
चंपत राय ने कहा कि जमीन की खुदाई और उसे समतल किये जाने के दौरान मिलने वाली प्रस्तर प्रतिमाओं को मंदिर में प्रदर्शन के लिये रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि न्यास को अब तक अपने बैंक खाते में 42 करोड़ रुपये प्राप्त हो चुके हैं और लोग एक रुपये से लेकर एक करोड़ तक दान कर रहे हैं.
Posted By – Arbind Kumar Mishra