Bareilly News: बरेली में सपा को उपचुनाव के मतदान से पहले लगेगा तगड़ा झटका, SP नेता की होगी BSP में वापसी

Bareilly News: रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा सीटों पर उप चुनाव से पहले बरेली के एक सपा नेता ने बसपा में जाने की तैयारी लगभग पूरी कर ली है. वह पहले भी बसपा में रह चुके हैं. मगर, कुछ वर्ष पूर्व पार्टी छोड़ दी थी. इसके बाद एक अन्य दल में होते हुए पुराने घर सपा में लौटे थे.

By Prabhat Khabar News Desk | June 19, 2022 12:00 PM

Bareilly News: उत्तर प्रदेश की रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा सीटों पर उप चुनाव के मतदान से पहले बरेली के एक सपा नेता ने बसपा में जाने की तैयारी लगभग पूरी कर ली है. वह पहले भी बसपा में रह चुके हैं. मगर, कुछ वर्ष पूर्व पार्टी छोड़ दी थी. इसके बाद एक अन्य दल में होते हुए पुराने घर सपा में लौटे थे. उन्होंने विधानसभा चुनाव 2022 में टिकट की दावेदारी भी की, लेकिन टिकट नहीं मिला था. मगर, अब फिर बसपा में वापसी की तैयारी में हैं.

सपा नेता की मायावती से हो चुकी है मुलाकात

बसपा प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती से उनकी मुलाकात भी हो चुकी है. इस मुलाकात में काफी गिले शिकवे भी हुए. मगर, इसके बाद बसपा प्रमुख ने उनकी ज्वाइनिंग को हरी झंडी दे दी. सपा नेता को बसपा के मंडलीय कार्यालय ( तुलसी नगर), बरेली में बसपा के वेस्ट यूपी प्रभारी, कोऑर्डिनेटर एवं पूर्व एमएललसी नौशाद अली, कोऑर्डिनेटर एवं सांसद गिरीश चंद्र जाटव समेत जोन और मंडल कोऑर्डिनेटर ज्वाईनिंग कराएंगे. उनके साथ करीब 200 से 300 प्रमुख लोग भी बसपा का दामन थामेंगे.

पार्टी को मजबूत करने में जुटी बसपा

जिलाध्यक्ष डॉ.जयपाल सिंह ज्वाइनिंग की तैयारियों में जुटे हैं. बसपा को विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली थी. इसके बाद बसपा ने संगठन में बड़ा बदलाव किया. यूपी के प्रभारी एवं कोऑर्डिनेटर शराइन को हटाकर पूर्व एमएलसी नौशाद अली को वेस्ट यूपी की कमान सौंपी गई है. वह बरेली, मुरादाबाद, सहारनपुर, मेरठ और अलीगढ़ की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. बसपा लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी को मजबूत करने में लगी है. इसलिए सदस्यता अभियान चल रहा है.

पुराने नेता को शामिल करने का लिया फैसला

इसी क्रम में बसपा ने अपने पुराने नेता को शामिल करने का फैसला लिया है. वह संगठन के काफी जानकार हैं. संगठन के प्रमुख पदों पर भी रह चुके हैं. मगर, सपा में उनकी कोई कद्र नहीं थी. वह जिस काम के महारथी हैं. उनका वहां प्रयोग भी नहीं किया गया. इसके बाद ही दोबारा बसपा में ज्वाइनिंग का फैसला लिया है. उनकी ज्वाइनिंग 21 से 22 तक हो सकती है.

सपा के कई नेता खफा, दूसरे दलों के संपर्क में

जिला संगठन में कोई मजबूत व्यक्ति नहीं है, जो सबको साध सके. पार्टी में गुटबाजी चरम पर है. पुराने नेताओं की सम्मान न मिलने को लेकर शिकायत है. जिसके चलते कई नेता अन्य दलों के संपर्क में हैं. जल्द ही कुछ और नेता भी पार्टी छोड़ सकते हैं. संगठन के एक पूर्व पदाधिकारी भी कई लोगों के साथ भाजपा में जाने की तैयारी में लगे हैं. इनकी बात भी लगभग अंतिम दौर में चल रही है. उनकी जल्द ही ज्वाईनिंग हो सकती है.

रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद

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