रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश के 72 घंटे में गढ़वा पुलिस की विशेष टीम ने उत्तरप्रदेश के हमीरपुर और महोबा जिले में छापामारी कर गढ़वा की अपहृत महिला को उसके बच्चों के साथ बरामद कर लिया है. इस मामले में संलिप्त दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
आदरणीय @HemantSorenJMM सर,
उक्त मामले में गठित विशेष टीम द्वारा 72 घंटे के अंदर उत्तरप्रदेश के हमीरपुर और महोबा जिला में छापामारी कर कांड में अपहृता महिला एवं उसके बच्चों की बरामदगी की गई है तथा इसमें संलिप्त दो अभियुक्त को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
सादर।— Garhwa Police (@GarhwaPolice) August 26, 2020
उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे गढ़वा जिले की एक महिला को उत्तर प्रदेश में दो बच्चों के साथ बेच दिया गया था. डंडई प्रखंड के जरही गांव की इस महिला ने किसी तरह अपने पति से टेलीफोन पर संपर्क किया था और खुद को एवं बच्चों को बचाने की गुहार लगायी थी. उसके पति सीताराम मिस्त्री ने गढ़वा जिला एवं पुलिस प्रशासन से मदद की गुहार लगायी थी. इस मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान लिया था और महिला व उसके बच्चों को सकुशल वापस लाने का आदेश गढ़वा पुलिस को दिया था.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गढ़वा जिले के डंडई थाना क्षेत्र के जरही गांव निवासी सीताराम मिस्त्री की पत्नी देवंती देवी व दो बच्चों को उत्तर प्रदेश में बेचे जाने के मामले को गंभीरता से लिया था. उन्होंने मामला संज्ञान में आते ही टीम गठित कर रेस्क्यू करने का निर्देश दिया था. आदेश मिलते ही गढ़वा पुलिस महिला के पति सीताराम मिस्त्री को लेकर रवाना हो गयी थी. अब महिला व उसके दोनों बच्चों को सकुशल बरामद कर लिया गया है. इतना ही नहीं, गढ़वा पुलिस की विशेष टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है.
बताया जाता है कि महिला की फुफेरी बहन ने देवंती देवी को दो बच्चों के साथ उत्तर प्रदेश में बेच दिया था. पीड़िता के पति सीताराम मिस्त्री ने जिला प्रशासन और पुलिस से मदद की गुहार लगाई थी और मामला सीएम हेमंत सोरेन तक पहुंचा था. पीड़िता के पति ने थाना में सनहा दर्ज कराया था. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पुलिस को मामले में त्वरित कार्रवाई कर रेस्क्यू करने का आदेश दिया था.
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महिला के पति सीताराम मिस्त्री ने जानकारी दी थी कि उसकी पत्नी देवंती देवी ने उसे फोन कर बताया था कि उसे धोखे से बेच दिया गया है. महिला ने अपने पति से बचाने की गुहार लगायी थी. महिला के साथ 8 वर्षीय पुत्र सूरज कुमार एवं 11 वर्षीया पुत्री अनीता कुमारी है. सीताराम ने बताया था कि उनकी गैर मौजूदगी में देवंती सालभर पहले अपने मायके गयी थी. उसके साथ दोनों बच्चे भी गये थे. इसके बाद से उनका कोई सुराग नहीं मिल सका है. एक दिन उनकी पत्नी का फोन आया और पूरी घटना की जानकारी मिली.
सीताराम ने बताया कि पिछले वर्ष सितंबर में वे उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड कंपनी में मजदूरी करने गये थे. उसी दौरान उनकी पत्नी की फुफेरी बहन बाहर घुमाने का झांसा देकर उन्हें ले गयी थी. उसके बाद उसे बेच दिया गया था.
Posted By : Guru Swarup Mishra