Gorakhpur News: देश में सुर-साम्राज्ञी लता मंगेशकर (92) के निधन से शोक की लहर है. भारत रत्न लता मंगेशकर ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली. पिछले 28 दिनों से वह अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही थीं. गोरखपुर सदर सांसद रवि किशन ने लता मंगेशकर के निधन पर दुख जताया है.
गोरखपुर सांसद रवि किशन ने लता मंगेशकर के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि बहुत दुखद खबर है. स्वर कोकिला लता मंगेशकर हम लोगों के बीच नहीं रहीं, पूरा सिनेमा और संगीत जगत आज अनाथ हो गया. उन्होंने अपनी मां को खो दिया, वह आवाज कहां से आएगी, भारत की पहचान थीं लता मंगेशकर. उन्होंने कहा कि लता जी ने संगीत को एक संस्कार और संस्कृति के साथ जो मुकाम दिया था, वो भरपाई बहुत मुश्किल है. उन्होंने लता मंगेशकर के निधन को सिनेमा जगत के लिए काला दिन बताया है.
भारत की’ नाइटिंगेल’ के नाम से दुनिया भर में मशहूर लता मंगेशकर ने करीब 5 दशक तक हिंदी सिनेमा में फीमेल प्लेबैक सिंगिंग में अपना जलवा बिखेरा है. लता मंगेशकर के निधन पर भारत समेत दुनिया भर में शोक की लहर है. सोशल मीडिया पर भी लता मंगेशकर के निधन की खबर सुन लोग दुखी हैं.
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दरअसल, लता मंगेशकर कोरोना पॉजिटिव होने का बाद से लगातार अस्वस्थ थीं. हालांकि, उन्हें समय-समय पर अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस बीच उन्हें न्यूमोनिया हो गया और हालत बिगड़ती चली गई. इसके बाद से उनकेस्वास्थ्य में गिरावट होता चला गया, और 5 फरवरी को उनकी स्थिति अधिक बिगड़ने पर उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया, लेकिन इस बार स्वर कोकिला को वेंटिलेटर सपोर्ट से हटाया नहीं जा सका और 6 फरवरी को लता मंगेशकर ने आखिरी सांस ली.
रिपोर्ट- प्रदीप कुमार