Levana Hotel Fire: होटल लेवाना अग्निकांड मामले में 22 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति, बिल्डर पर FIR

Levana Hotel Fire Case: लेवाना होटल अग्निकांड मामले में लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने होटल को सील करने का आदेश जारी कर दिया है. इसके साथ ही एलडीए ने 22 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 6, 2022 7:35 AM

Lucknow News: प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लेवाना होटल (Levana Hotel) में सोमवार को भीषण आग लग गई. इस हादसे में 4 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. घटना के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) ने होटल को सील करने का आदेश जारी कर दिया है. साथ ही एलडीए ने 22 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की है.

बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज

प्राप्त जानकारी के अनुसार, बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी की प्राथमिकी भी दर्ज की गई है. एलडीए के उपाध्यक्ष डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने प्रकरण की जांच के लिए सचिव की अध्यक्षता में कमेटी गठित की है. साथ ही होटल निर्माण के संबंध में गहनता से जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं. इसके साथ ही मेसर्स बंसल कंस्ट्रक्शन के प्रतिनिधि मुकेश जसनानी और उनके साझेदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

22 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति

कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों और कर्मचारियों की बिल्डर के साथ मिलीभगत के चलते अवैध निर्माण के विरूद्ध कार्रवाई न करने का जिम्मेदार पाया गया है. एलडीए ने जिन 22 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की है. उनमें जोनल अधिकारी/अधिशासी अभियंता अरूण कुमार सिंह (से0नि0), अधीक्षण अभियंता जहीरूद्दीन, ओ0पी0 मिश्रा (से0नि0)

सहायक अभियंता ओ0पी0 गुप्ता, राकेश मोहन, राधेश्याम सिंह, विनोद कुमार गुप्ता, अमर कुमार मिश्रा, नागेन्द्र सिंह, इस्माइल खान, कमलजीत सिंह (पालिका केन्द्रीयित सेवा), अवर अभियंता राजीव कुमार श्रीवास्तव, जे0एन0 दुबे, उदयवीर सिंह, मो0 इस्माइल खान, जी0डी0 सिंह, रवीन्द्र श्रीवास्तव, अनिल मिश्रा, पी0के0 गुप्ता, सुशील कुमार वर्मा, अम्बरीश शर्मा व रंगनाथ सिंह के खिलाफ विभागीय कार्रवाई किये जाने की संस्तुति करते हुए शासन को रिपोर्ट भेजी गयी है.

नक्शा न होने के बावजूद भी नहीं की गई कार्रवाई

दरअसल, जिस जमीन पर लेवाना होटल बना है वहां पहले पीके भवन हुआ करता था. पीके भवन में बीएसएनएल का दफ्तर था. बाद में बीएसएनएल का दफ्तर वहां से शिफ्ट कर दिया गया. इसकी जगह पर होटल भी खोल दिया गया. एलडीए की ओर से भी कुछ नहीं किया गया. प्राधिकरण के प्रवर्तन जोन के अधिकारियों और इंजीनियरों ने ही इस होटल का निर्माण करवाया. नक्शा न पास होने के बावजूद इन लोगों ने होटल के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई थी.

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