ज्ञानवापी के बाद अलीगढ़ की जामा मस्जिद पर छिड़ी बहस, सूचना मांगने वाले को हत्या की आशंका, CM को लिखा पत्र

नगर निगम ने आरटीआई एक्टिविस्ट केशव देव द्वारा अलीगढ़ की जामा मस्जिद पर मांगी गई सूचनाओं पर बताया कि जामा मस्जिद सार्वजनिक भूमि पर बनी है. जामा मस्जिद के निर्माण के बारे में कोई अभिलेख उपलब्ध नहीं है. जामा मस्जिद पर मालिकाना हक किसी व्यक्ति विशेष का नहीं है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 17, 2022 10:24 PM

Aligarh News: ज्ञानवापी के बाद अलीगढ़ की जामा मस्जिद को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. नगर निगम, सपा, कॉन्ग्रेस भाजपा अपना-अपना पक्ष लेकर वाले मैदान में डटे हुए हैं. वहीं जामा मस्जिद की सूचना मांगने वाले केशव देव ने अपनी हत्या के अंदेशे को लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है.

अलीगढ़ की जामा मस्जिद सार्वजनिक भूमि पर है बनी

नगर निगम ने आरटीआई एक्टिविस्ट केशव देव द्वारा अलीगढ़ की जामा मस्जिद पर मांगी गई सूचनाओं पर बताया कि जामा मस्जिद सार्वजनिक भूमि पर बनी है. जामा मस्जिद के निर्माण के बारे में कोई अभिलेख उपलब्ध नहीं है. जामा मस्जिद पर मालिकाना हक किसी व्यक्ति विशेष का नहीं है. सार्वजनिक भूमि पर मस्जिद निर्माण की इन जानकारियों ने जामा मस्जिद को अवैध ठहराने की सियासत को गर्म कर दिया है. अलीगढ़ की जामा मस्जिद के बारे में सूचना मांगने वाले आरटीआई एक्टिविस्ट केशव देव ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि उसके साथ कभी भी कोई घटना घटित हो सकती है, उसकी हत्या भी हो सकती है. केशव देव ने अपनी हत्या के अंदेशे को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है. आरटीआई एक्टिविस्ट केशव देव पहले भी कई मामलों को आरटीआई के माध्यम से उजागर करते आए हैं.

नगर आयुक्त ने जामा मस्जिद पर कहा यह

नगर आयुक्त गौरांग राठी ने जामा मस्जिद मामले पर कहा कि आरटीआई से एक क्वेरी आई थी, जिसमें शहर की जामा मस्जिद किसकी जमीन पर है ? कौन इसका मालिक है ? जवाब में बता दिया है कि जामा मस्जिद का 128 हेक्टेयर का रकवा है, जो सार्वजनिक भूमि पर स्थित है. अभी किसी भी धार्मिक स्थल पर शहर में कोई भी कार्यवाही के लिए ना तो कोई विचार है, ना ही प्रत्याशित है. यह गलत अफवाह है, हम इसकी निंदा करते हैं. नगर निगम केवल और केवल अतिक्रमण अभियान पोखर की भूमि से अवैध कब्जे और सफाई व्यवस्था करने के लिए चला रहा है.

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भाजपा की पूर्व मेयर ने मस्जिद तोड़ने की बात कही…

अलीगढ़ में भाजपा की फायरब्रांड नेता और पूर्व मेयर शकुंतला भारती ने कहा कि आरटीआई में नगर निगम कह रहा है कि ये अवैध है, तो फिर वो जामा मस्जिद हो या कोई और चीज, उसे टूटना चाहिए. इस बात को लेकर सरकार को पत्र लिखेंगे और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत कराएंगे. वहीं, अलीगढ़ के महापौर मोहम्मद फुरकान ने कहा कि शहर स्मार्ट सिटी और विकास की ओर अग्रसर हो रहा है, लेकिन कुछ लोग ऐसी बातों को तोड़-मरोड़कर पेश कर रहे हैं, जो बातें विकास में बाधक होती हैं. महापौर ने डीएम, एसएसपी व कमिश्नर से कहा कि इस तरह की बात प्रचारित करने वाले लोगों पर जो संभावित कार्रवाई हो, वह करें.

सपा के पूर्व विधायक ने जताया विरोध

सपा के पूर्व विधायक जमीर उल्लाह ने कहा कि भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है. जामा मस्जिद जब 1728 में बनी, तब नगर निगम नहीं था और ना ही भाजपा थी. तब साबित खान गवर्नर थे और उन्होंने ही यह मस्जिद बनाई. मंदिर-मस्जिद की राजनीति छोड़कर ये बताएं कि नौकरियां कहां हैं? भाजपाइयों को यह भी नहीं मालूम कि ये जामा मस्जिद सरकार के संरक्षण में है. किला और जामा मस्जिद सरकार के गजट में है, यह हमारी धरोहर है. जामा मस्जिद को अवैध कहने वालों पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए. कांग्रेस नेता ने माहौल खराब का लगाया आरोप… कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आगा यूनुस खान ने अलीगढ़ जिलाधिकारी को पत्र लिखकर पूर्व मेयर शकुंतला भारती तथा अन्य असामाजिक तत्वों के खिलाफ ऐतिहासिक धरोहर जामा मस्जिद को लेकर भ्रामक खबरें फैलाने और शहर की फिजा खराब करने के प्रयास करने का आरोप लगाया.

रिपोर्ट : चमन शर्मा

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