चाइनीस मांझे से घायल हो रहे राहगीर, गोरखपुर में धड़ल्ले से चालू है प्रतिबंधित मंझे की बिक्री
प्रतिबंधित होने के बाद भी गोरखपुर में चाइनीज मंझे धड़ल्ले से बिक रहे हैं. आए दिन इन मंझे में फंस कर कोई न कोई दुर्घटना होती रहती है लेकिन इस प्रतिबंधित मंझे को रोकने के लिए प्रशासन बस मूकदर्शक बना हुआ है.
Gorakhpur News: अगर आप रोड पर सजग होकर नहीं चल रहे हैं तो आपके साथ अनहोनी हो सकती है. गोरखपुर में एक ऐसा वाकया सामने आया है जहां एक मैकेनिक दुकान से अपने घर जाते समय मंझे में फंस गया. जब तक वह कुछ समझ पाता तब तक मंझे में फंस कर उसका गला और अंगुली कट गई. फिलहाल, बहुत बड़ी घटना होने से बच गई लेकिन अभी मैकेनिक का इलाज चल रहा है.
आए दिन हो रही दुर्घटना
प्रतिबंधित होने के बाद भी गोरखपुर में चाइनीज मंझे धड़ल्ले से बिक रहे हैं .आए दिन इन मंझे में फंस कर कोई न कोई दुर्घटना होती रहती है लेकिन इस प्रतिबंधित मंझे को रोकने के लिए प्रशासन बस मूकदर्शक बना हुआ है. गोरखपुर के सूरजकुंड के सुभाष चंद्र बोस नगर में संकट मोचन मंदिर के पास रहने वाले बबलू की बाइक मैकेनिक की दुकान विजय चौराहे के पास है. वह दोपहर लगभग 1 बजे दुकान बंद कर अपने घर जा रहे थे. अभी वह सूरजकुंड फ्लाईओवर पर पहुंचे थे तभी उनको अपने गले में कुछ फंसा महसूस हुआ. उन्होंने जब तक बाइक रोकी मंझा उनके गले में लिपट गया था, जिसे उन्होंने झटके से हटाया. इससे उनकी उंगली आधा से ज्यादा कट गई और गला भी कट गया. इससे वह घबराकर पुल पर ही बैठ गया. कुछ राहगीर वहां से गुजर रहे थे, जिन्होंने आनन-फानन में उन्हें डॉक्टर के पास पहुंचाया. जहां डॉक्टरों ने इनकी अंगुली ज्यादा कटी होने की वजह से टांका लगवाना पड़ा.
चाइनीज मंझे की बिक्री पर रोक लगे
इस मामले में पीड़ित ने बताया कि वह दुकान से घर जा रहा था. सूरज स्कूल ओवरब्रिज पर उसे गले में कुछ फंसने का एहसास हुआ. उसने झटके से हटाया जिससे उसकी अंगुली कट गई. पीड़ित ने बताया कि अगर गाड़ी की स्पीड तेज होती तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी. बबलू ने गोरखपुर प्रशासन से अपील की है कि इस प्रतिबंधित चाइनीज मंझे की बिक्री पर रोक लगाई जाए.
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप