आजमगढ़ में हारने के बाद भी सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव के कम नहीं हुये हौसले, सीएम योगी पर उठाये सवाल
रामपुर में कद्दावर सपा नेता आजम खान और सपा परिवार के लिए हमेशा से आसान सीट रहे आजमगढ़ में समीकरण भाजपा के पक्ष में चले गए हैं. हार के बाद भी आजमगढ़ से चुनाव लड़ने वाले सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव के हौसले बुलंद नजर आ रहे हैं.
Azamgarh Bypoll Result 2022: उत्तर प्रदेश में हुये दो सीटों पर लोकसभा के उपचुनाव में आजमगढ़ और रामपुर में सपा को हार का सामना करना पड़ा है. इससे रामपुर में कद्दावर सपा नेता आजम खान और सपा परिवार के लिए हमेशा से आसान सीट रहे आजमगढ़ में समीकरण भाजपा के पक्ष में चले गए हैं. हार के बाद भी आजमगढ़ से चुनाव लड़ने वाले सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव के हौसले बुलंद नजर आ रहे हैं. उन्होंने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में आजमगढ़ पर दोबारा जीतने का दावा पेश करते नजर आये.
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‘भाजपा-बसपा गठबंधन के कारण हार गया’
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में धर्मेंद्र यादव ने कहा, ‘हमने 12-14 दिनों के भीतर चुनाव लड़ा और लोगों का समर्थन मिला. मैं राज्य प्रशासन और भाजपा-बसपा गठबंधन के कारण हार गया जो राष्ट्रपति चुनावों में भी स्पष्ट दिख रहा है. साल 2024 तक आजमगढ़ के लोग सपा को जीत दिलाएंगे.’ हालांकि, रविवार को मतगणना शुरू होने के साथ ही धर्मेंद्र यादव ने आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा था कि सपा की ओर से ईवीएम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये जा रहे हैं. उन्होंने हार ठीकरा भी जिला प्रशासन पर फोड़ा है. उनका आरोप है कि भाजपा सरकार के दबाव में प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी चुनाव के परिणामों को प्रभावित कर रहे हैं.
We fought election within 12-14 days & got support of people. I lost because of state admin & BJP-BSP alliance which is palpable even in Presidential elections. By 2024, people of Azamgarh will again make the SP win: SP leader Dharmendra Yadav who lost Azamgarh LS by-poll pic.twitter.com/Ozz5LvWhDR
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 26, 2022
सीएम योगी बनारस में क्या कर रहे थे?
धर्मेंद्र यादव ने भाजपा पर साजिश रचने के आरोप लगाए हैं. धर्मेंद्र ने कहा, ‘मुख्यमंत्री कल बनारस में रुके थे. क्यों रुके थे? वह अधिकारियों को क्या निर्देश दे रहे थे? मुझे क्यों सुबह से रोका जा रहा था? क्यों हमारी मतदाता सूची से नाम काटे गए? क्यों हमारे हजारों कार्यकर्ताओं को लाल कार्ड दिए गए?’ उपचुनाव में मौका देने के लिए सपा नेतृत्व को धन्यवाद देते हुए यादव ने चुनाव नहीं जीत पाने के लिए माफी भी मांगी. उन्होंने कहा कि वह सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की बनाई हुई परंपरा को कायम नहीं रख पाए, लेकिन वर्ष 2024 में आजमगढ़ के लोग सपा को एक बार फिर यहां से जिताएंगे. बता दें कि बदायूं से धर्मेंद्र यादव सांसद रह चुके हैं.