Bareilly News: SP में 7 साल बाद खत्म हुआ वीरपाल यादव का वनवास, बढ़ा कद, अताउर्रहमान को मिली ये जिम्मादारी
सात साल बाद ही सही,लेकिन समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद और पूर्व जिला अध्यक्ष वीरपाल सिंह यादव का पार्टी ने एक बार फिर कद बढ़ाया गया है. सपा ने यूपी के 72 जिलों में सदस्यता अभियान के प्रभारी बनाए हैं. इस मौके पर वीरपाल को पीलीभीत जिले की सदस्यता अभियान का जिम्मा सौंपा गया है.
Bareilly News: समाजवादी पार्टी (SP) ने यूपी के 72 जिलों में सदस्यता अभियान के प्रभारी बनाए हैं. इस सदस्यता अभियान में पूर्व सांसद और पूर्व जिला अध्यक्ष वीरपाल सिंह यादव का 7 वर्ष बाद कद बढ़ाया गया है. उनको पीलीभीत जिले की सदस्यता अभियान का जिम्मा सौंपा गया है, जबकि पूर्व मंत्री और बहेड़ी विधानसभा से विधायक अताउर्रहमान को श्रावस्ती जनपद की सदस्यता अभियान का प्रभारी बनाया गया है.
सपा ने 72 जिलों में की प्रभारी की घोषणा
सपा ने 72 जिलों में प्रभारी की घोषणा की है. इसमें बरेली में पूर्व मंत्री और विधायक महबूब अली, बदायूं में पूर्व मंत्री और विधायक इकबाल महमूद और शाहजहांपुर में पूर्व सांसद रवि प्रकाश वर्मा को सदस्यता अभियान का प्रभारी बनाया गया है. सपा के पूर्व सांसद वीरपाल सिंह यादव को 07 वर्ष पहले सपा की सरकार में जिलाध्यक्ष पद से हटाया गया था. वह सपा की स्थापना से लेकर पूर्व सरकार तक जिलाध्यक्ष रहे थे. उनको मंडल अध्यक्ष बनाया गया, तो उस दौरान पूर्व जिलाध्यक्ष तारा सिंह सोलंकी और पूर्व मंत्री भगवत शरण गंगवार को जिलाध्यक्ष बनाया गया था.
सपा ने वीरपाल सिंह यादव को भेजा था राज्यसभा
इस दौरान सपा ने वीरपाल सिंह यादव को राज्यसभा भेजा था. मगर,सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सीएम रहने के दौरान वीरपाल सिंह यादव को राज्यसभा नहीं भेजा. इसके साथ ही उनको जिलाध्यक्ष पद से हटाकर शुभलेश यादव को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई थी. अखिलेश यादव की नजर अंदाजी के कारण वह शिवपाल सिंह यादव की पार्टी में चले गए. उनको शिवपाल सिंह यादव ने अपनी पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव बनाया था.
अखिलेश के नजदीक ऐसे पहुंचे वीरपाल सिंह यादव
विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान शिवपाल सिंह यादव का सपा से गठबंधन हो गया. इससे वीरपाल सिंह यादव भी सपा में आ गए. मगर, चुनाव में अखिलेश यादव ने वीरपाल सिंह यादव को विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिया था. मगर, चुनाव के कुछ दिन बाद ही सपा से खफा शिवपाल सिंह यादव ने सपा खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी, लेकिन, वीरपाल सिंह यादव सपा प्रमुख अखिलेश यादव के नजदीक पहुंच गए.
पीलीभीत के सदस्यता अभियान का प्रभारी बने वीरपाल
उन्होंने मुलाकात कर पुराने गिले शिकवे दूर किए. जिसके चलते सपा के भोजीपुरा विधायक शहजिल इस्लाम के बीडीए के पेट्रोल पंप ध्वस्त करने के बाद सपा की तरफ से बनी जांच कमेटी में वीरपाल सिंह यादव का नाम था. मगर,अब उनको पड़ोसी जनपद पीलीभीत के सदस्यता अभियान का प्रभारी बनाने के बाद एक बार फिर उनका कद बढ़ाया गया है. इसको लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं.
इसके साथ ही पूर्व मंत्री एवं विधायक अताउर्ररहमान को श्रावस्ती का प्रभारी बनाया गया है. इस पर वीरपाल सिंह यादव और अताउर्ररहमान को सोशल मीडिया पर बधाई देने वालों का तांता लग गया है. इसके अलावा बरेली के किसी अन्य नेता को प्रभारी नहीं बनाया गया है.
पूर्व सांसद को संभल की सदस्यता का जिम्मा
बदायूं के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को बदायूं जनपद से हटाकर संभल का प्रभारी बनाया है. वह कुछ दिन पूर्व आजमगढ़ लोकसभा सीट से उपचुनाव में चुनाव लड़े थे. मगर, कुछ अंतर से चुनाव हार गए थे.इस बार सदस्यता अभियान में बदायूं और आजमगढ़ से भी हटाकर संभल भेजा गया है.
रिपोर्ट: मुहम्मद साजिद