Lucknow: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी (National Executive) की घोषणा के बाद रविवार को इसमें फेरबदल किया और संशोधित लिस्ट जारी की. इसके बाद अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की टीम में सवर्ण नेताओं को भी जगह मिली है. पिछले दिनों पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की जारी सूची में क्षत्रिय और ब्राह्मण वर्ग को कम तवज्जों दी गई थी, जिसके बाद इन वर्ग के नेताओं में खासी नाराजगी देखने को मिली. इसके बाद आज समाजवादी पार्टी नेराष्ट्रीय कार्यकारिणी में संशोधन करते हुए नई लिस्ट जारी की.
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के ठीक चार माह पूरा होने पर रविवार को अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा कर दी है. इसमें किरनमय नंदा उपाध्यक्ष और प्रो. रामगोपाल यादव प्रमुख महासचिव पद पर बरकरार हैं. वहीं शिवपाल सिंह यादव एवं स्वामी प्रसाद मौर्य सहित 14 लोगों को प्रमुख महासचिव बनाया गया है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अति पिछड़े वर्ग की भागीदारी बढ़ी है.
समाजवादी पार्टी ने पुरानी लिस्ट को संशोधित करते हुए राष्ट्रीय कार्यकारिणी में विनय तिवारी और ओम प्रकाश सिंह को राष्ट्रीय सचिव बनाया गया है. कुछ दिन पहले नाखुश होकर ओम प्रकाश ने शायराना अंदाज में ट्वीट किया था. हालांकि बाद में उन्होंने ट्वीट डिलीट कर दिया था. इसके अलावा अरविंद सिंह गोप को भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में राष्ट्रीय सचिव की जगह मिली है. वहीं नीरज सक्सेना को भी राष्ट्रीय सचिव की जिम्मेदारी दी गई है. अभिषेक मिश्र, अनु टंडन, तारकेश्वर मिश्र को भी राष्ट्रीय सचिव बनाया है.
इसके अलावा राम गोविंद चौधरी जो पहले राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य थे, उन्हें अब राष्ट्रीय सचिव का स्थान मिला है. यह तीसरी बार है जब समाजवादी पार्टी ने अपनी संशोधित लिस्ट जारी की है. इसी के साथ पहले 19 राष्ट्रीय सचिव थे जिसमें 5 राष्ट्रीय सचिव जुड़ने के बाद यह संख्या अब 24 हो गई हैं. इस प्रकार संशोधित राष्ट्रीय कार्यकारिणी लिस्ट में कुल 67 सदस्य हैं.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी लिस्ट में ओबीसी नेताओं की संख्या सबसे ज्यादा है. इन ओबीसी नेताओं में से स्वामी प्रसाद मौर्य, रवि प्रकाश वर्मा, शिवपाल यादव, बलराम यादव, लालजी वर्मा, राम अचल राजभर विशम्भर प्रसाद निषाद, हरेंद्र मलिक, नीरज चौधरी को राष्ट्रीय सचिव बनाया गया है. जबकि कुल 34 नेता ओबीसी वर्ग के हैं. इसके अलावा 5 ब्राह्मण नेताओं को कार्यकारिणी में जगह दी गई है.
इससे पहले समाजवादी पार्टी के के 29 सितंबर को हुए राष्ट्रीय सम्मेलन में अखिलेश यादव को निर्विरोध राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था. बीते दिनों उन्होंने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा करते हुए ज्यादातर पुराने चेहरों पर भरोसा जताया. वर्ष 2017 में बने राष्ट्रीय कार्यकारिणी के 90 फीसदी चेहरों को दोबारा मौका मिला. हालांकि कार्यकारिणी में सदस्यों की संख्या में इजाफा किया गया. इनमें बसपा से आने वालों को भी समायोजित किया गया, वहीं कुछ को प्रोन्नति भी दी गई.