Lucknow News: काफी पुराने एक मुकदमे में लंबे समय से गैरहाजिर रहने पर कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने पर गुरुवार को हाजिर हुए समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता आईपी सिंह को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया. मामले में दर्ज कराई गई एफआईआर में आईपी सिंह भी नामजद थे. एमपी एमएलए कोर्ट में चल रहे इस मुकदमे में सपा प्रवक्ता आईपी सिंह लंबे समय से गैरहाजिर चल रहे थे. अंतत: कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. वे आए दिन अपने विवादास्पद आलोचनाओं के जरिये यूपी की भारतीय जनता पार्टी की सरकार का विरोध करते रहते हैं.
जानकारी के मुताबिक, साल 1999 में 2000 में हुए पंचायत चुनाव के दौरान पूर्व सांसद रहे स्वर्गीय सत्यदेव सिंह और बसपा के पूर्व विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में आमने-सामने थे. मूल रूप से आजमगढ़ के रहने वाले आईपी सिंह चुनाव में धीरू के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे थे. जहां विवाद हुआ था. इस पर कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया था. गुरुवार को आईपी सिंह ने कोर्ट में हाजिर होकर अंतरिम जमानत के लिए अर्जी दाखिल की. एमपी एमएलए कोर्ट के प्रभारी/सीजेएम ने अंतरिम जमानत याचिका खारिज कर आईपी सिंह को जेल भेज दिया. उनकी जमानत पर शुक्रवार को सुनवाई होगी.
यूपी में विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के साथ ही आईपी सिंह का एक ट्वीट काफी वायरल हुआ था. उन्होंने दावा किया था कि 10 मार्च को परिणाम समाजवादी पार्टी के पक्ष में आएगा. भाजपा की करारी हार होगी. ऐसे में हार के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ को बीजेपी भी नहीं पूछेगी. इसलिए उनको गोरखपुर वापस जाना होगा. आईपी सिंह का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था. एयर इंडिया की फ्लाइट से बुक हुए टिकट का पीएनआर YZL36 था. वह कन्फर्म टिकट था. आईपी सिंह ने टिकट की फोटो को सोशल मीडिया में भी शेयर किया था. उन्होंने लिखा था, ‘10 मार्च जनता का दिन होगा, 10 मार्च प्रदेश में सच्चाई का सूरज निकलेगा और सपा प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाएगी. इसलिए मैंने @myogiadityanath जी के लिए लखनऊ से गोरखपुर का 11 मार्च का रिटर्न टिकट बुक कर दिया है. यह टिकट संभाल कर रखिए, क्योंकि BJP भी नहीं पूछेगी आपको हार के बाद.’