Bareilly News: समाजवादी पार्टी (SP) मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव और नगर निकाय चुनाव को लेकर गंभीर है, जिसके चलते सपा ने पार्टी संगठन के गठन का काम रोक दिया है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने नगर निकाय के लिए चुनाव संचालन समिति बनाने का फैसला लिया है. समिति में यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के विधानसभा प्रत्याशी, विधायक, पूर्व विधायक और जिला- महानगर संगठन के प्रमुख पदाधिकारियों को रखा जाएगा.
सपा की चुनाव समिति टिकट वितरण से लेकर पार्टी प्रत्याशियों को चुनाव जिताने में मुख्य भूमिका निभाएगी. सपा के लखनऊ कार्यालय पर चुनाव संचालन समिति के निर्माण की कवायद शुरू हो गई है. हर जिले से चुनाव संचालन समिति के लिए प्रमुख नामों को मांगा गया है. यह चुनाव संचालन समिति नगर निकाय चुनाव के ऐलान से पहले ही घोषित करने की तैयारी है.
सपा नेतृत्व का मानना है कि संगठन में हर कोई पद चाहता है. सभी को पद देना मुश्किल है. इसलिए संगठन की घोषणा से पद न मिलने वाले खफा होंगे, जो पार्टी प्रत्याशियों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसके साथ ही गुटबाजी भी बढ़ सकती है. इसलिए चुनाव संचालन समिति चुनाव कराएगी. सपा संगठन की घोषणा फरवरी और मार्च के बीच होने की उम्मीद है.
नगर निकाय चुनाव में नगर पालिका और नगर पंचायत में पार्टी के अधिक दावेदार होने पर सिंबल होल्ड करने की भी तैयारी है. जिससे पार्टी के दावेदार खफा न हों. ऐसी नगर पंचायत और पालिका में पार्टी किसी को भी नहीं लड़ाएगी. पार्टी के नेता और दावेदार अपना अपना चुनाव लड़ सकेंगे.
सपा की चुनाव संचालन समिति में विधायक अता उर्ररहमान, पूर्व मंत्री भगवत शरण गंगवार, विधायक एवं पूर्व मंत्री शहजिल इस्लाम, पूर्व विधायक विजयपाल सिंह पूर्व सांसद वीरपाल सिंह यादव, पूर्व विधायक आरके शर्मा, पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन पूर्व विधायक सुल्तान बेग, विधानसभा प्रत्याशी राजेश अग्रवाल, अगम मौर्य और संगठन के प्रमुख लोगों को रखा गया है.
विधानसभा चुनाव 2022 और रामपुर -आजमगढ़ लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में मिली हार के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने तत्काल प्रभाव से सपा के सभी संगठनों को भंग कर दिया था. पार्टी आलाकमान ने उ.प्र. के अध्यक्ष को छोड़कर पार्टी के सभी युवा संगठनों, महिला सभा एवं अन्य सभी प्रकोष्ठों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष सहित राष्ट्रीय, राज्य और जिला कार्यकारिणी को भंग कर दिया था. इसके बाद 28 सितंबर को राज्य सम्मेलन में नरेश उत्तम पटेल को प्रदेश अध्यक्ष और 30 सितंबर को राष्ट्रीय सम्मेलन में अखिलेश यादव को तीसरी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली