Kanpur News: पिटबुल नस्ल के डॉग अपने आक्रामक रवैये के लिए जाने जाते हैं. यही कारण है कि दुनिया के कई देशों में इस डॉग को पालने पर बैन भी है, लेकिन यूपी के कानपुर में शातिर सटोरिए इस डॉग का फायदा जुआ खेलने में उठा रहे हैं. गुरुवार को कल्याणपुर में जुए की सूचना पर दबिश देने गई पुलिस उस समय पीछे हट गई, जब जुआरियों की पहरेदारी एक पिटबुल डॉग कर रहा था.
पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद पिटबुल को काबू में किया, लेकिन तब तक छह जुआरी चकमा देकर फरार हो चुके थे. पुलिस ने घेराबंदी कर सात को गिरफ्तार कर लिया और फड़ से 1.25 लाख रुपये जब्त कर लिए. मामले में पुलिस ने 13 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है.
दरअसल, कल्याणपुर पुलिस को काफी दिनों से सूचना मिल रही थी कि क्षेत्र में सट्टा माफिया जुए की फड़ को सजा रहा है. इसी बीच पुलिस ने अपने मुखबिर तलाशे और उनकी सूचना पर कल्याणपुर के एक घर पर चौकी इंचार्ज शिव कुमार शर्मा ने फोर्स के साथ दबिश दी. चौकी इंचार्ज के मुताबिक, मकान का गेट खोलते ही एक पिटबुल सामने आ गया और हमलावर हो गया. पिटबुल के ठीक पीछे के कमरे में जुआ चल रहा था.
कोई कमरे में न आ सके, इसलिए पिटबुल डॉग को खुला छोड़ रखा था. करीब 25 मिनट तक पुलिस को पिटबुल के खौफ ने रोक रखा. काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने उसे खंभे से बांध दिया. तब तक अंदर भनक लग चुकी थी और दीवार फांदकर छह जुआरी भाग खड़े हुए, लेकिन सात को घेरकर पकड़ लिया गया.
कल्याणपुर पुलिस ने 13 जुआरियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिसमें ग्वालटोली निवासी मंजुल मिश्रा, नारामऊ निवासी मोहम्मद चांद, मसवानपुर निवासी रामजीवन, भाऊपुर शिवली निवासी वीरेन्द्र सिंह, शारदा नगर निवासी मान सिंह, शिवपुरी रावतपुर निवासी रंजीत यादव, बैरी सवाई शिवली निवासी ललित कुमार, ग्राम आट अकबरपुर निवासी महेन्द्र कुमार, विजय नगर गल्लामंडी निवासी शिवम कुमार, भारग मैथा निवासी सचिन कुमार, अर्मापुर निवासी आसिफ अली, मैथा निवासी लल्लू और नानकारी निवासी लालू शामिल है.
जुए की फड़ पर दबिश में आरोपितों के पास से 1.25 लाख रुपए बरामद कर लिए गए, लेकिन यहां पुलिस ने एक खेल कर दिया. दरअसल, मकान की फर्द में मकान मालिक का नाम दाखिल है. लेकिन एफआईआर में उसे आरोपित नहीं बनाया गया. वहीं सट्टा माफिया और जुए की फड़ सजाने वाले को भी एफआईआर में शामिल नहीं किया.