Agra News: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा फीस न दे पाने की वजह से किसी भी बच्चे को परीक्षा से और स्कूल से निकालने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा रखा है. फिर भी आगरा के एक स्कूल ने दो मासूम बहनों को फीस न जमा करने पर पेपर में नहीं बैठने दिया. इसके बाद दोनों बहनों ने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वीडियो के माध्यम से उनकी पढ़ाई बचाने की गुहार लगाई है.
वीडियो में उन्होंने बताया है कि उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है. इस वजह से वह फीस नहीं जमा कर सकते. वीडियो के बारे में जानकारी होने के बाद प्रशासन ने पूरे मामले पर संज्ञान लिया है. दोनों मासूम बहनों की समस्या को दूर करने का आश्वासन दिया है. आगरा के आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर 12 डी की रहने वाली सरिता देवी के पति गौरव शर्मा और उनके जेठ व ससुर की कोरोना काल में मौत हो गई थी. इन सबके इलाज में सारी जमा पूंजी समाप्त हो चुकी है. अब परिवार में कोई भी कमाने वाला नहीं बचा है. इस वजह से परिवार की आर्थिक स्थिति और ज्यादा खराब हो गई है.
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आपको बता दें सरिता देवी की दो बेटियां हैं दुतिका शर्मा और अनन्या शर्मा जो कि आवास विकास सेक्टर चार स्थित होली पब्लिक स्कूल में पढ़ती हैं. दुतिका जहां क्लास 6 में हैं. वहीं, अनन्या क्लास 3 में पढ़ रही हैं. इस बार आर्थिक तंगी के चलते दोनों बहनों की मां सरिता देवी स्कूल की फीस भरने में असमर्थ रही. जिसकी वजह से स्कूल प्रबंधन ने दोनों बच्चियों के परीक्षा में बैठने पर प्रतिबंध लगा दिया.
दोनों बच्चियों के परीक्षा में बैठने पर प्रतिबंध लगने के बाद दुतिका और अनन्या ने एक वीडियो के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई कि फीस जमा ना करने की वजह से स्कूल उन्हें परीक्षा में नहीं बैठने दे रहा है. इस वजह से उनकी पढ़ाई का नुकसान हो रहा है. उन्होंने मुख्यमंत्री से गुहार लगाई कि वह हमारी मदद करें जिससे कि हम अपनी परीक्षा को संपूर्ण कर सकें.
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आपको बता दें इससे पहले भी पीड़ित सरिता ने अगस्त 2021 में बीएसए कार्यालय में प्रार्थना पत्र देकर फीस माफ करवाने की अपील की थी. जिसके बाद तत्कालीन बीएसए ने स्कूल को सहानुभूति दिखाते हुए आरटीई के तहत फीस माफ करने के लिए पत्र भी लिखा था. लेकिन इसके बावजूद स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को परीक्षा में नहीं बैठने दिया. पीड़ित सरिता देवी की मदद जब बीएसए से भी नहीं हो पाई तो उन्होंने महफूज संस्था के कोऑर्डिनेटर चाइल्ड राइट एक्टिवेट नरेश पारस से मदद मांगी. इसके बाद मामले में एसडीएम सिटी अंजनी कुमार ने बीएसए को स्कूल प्रबंधन से बात कर बच्चियों की मदद करने के निर्देश दिए.