कोरोना वायरस के मामलों में कमी आने के साथ ही उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 10 फरवरी से स्कूल-कॉलेज खोलने का फैसला ले लिया है. कोरोना वायरस संक्रमण के चलते करीब 11 महीने बाद 10 फरवरी से स्कूलों में नियमित पढ़ाई शुरू हो जाएगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के उच्च प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा के सभी स्कूल/कॉलेज व विश्वविद्यालय नियमित रूप से 10 फरवरी से खोले जाने के निर्देश दिए हैं. लेकिन सरकार के इस फैसले पर अभिभावकों में नाराजगी की खबर आ रही है. अभिभावकों ने यागी सरकार के फैसले का जल्दबाजी में लिया गया फैसला बताया है.
अभिभावक एसोसिएशन ने कहा, सरकार छोटे बच्चों के लिए स्कूल खोलकर गलत काम कर रही है. पैरेंट्स एसोसिएशन की मांग है कि सरकार को दो महीने रुककर स्कूल खोलने का फैसला लेना चाहिए था. मार्च से कक्षा एक से स्कूल खोलने के फैसले से अभिभावकों में डर का माहौल है.
अभिभावकों में डर इस बात को लेकर भी है कि कुछ दिनों पहले कर्नाटक, बिहार और ओडिशा में स्कूल खोले जाने के बाद शिक्षक और बच्चे कोरोना वायरस से संक्रमित हो गये थे.
1 मार्च से कक्षा एक से पांच तक के लिए भी खुल जाएंगे स्कूल
उत्तर प्रदेश शासन की अपर मुख्य सचिव (बेसिक शिक्षा) रेणुका कुमार ने शुक्रवार को बेसिक शिक्षा अनुभाग के महानिदेशक को पत्र लिखकर सरकार के फैसले से अवगत कराया है. रेणुका ने अपने पत्र में कहा है कि शासन द्वारा सम्यक विचार के बाद तय किया गया है कि बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत कक्षा छह से कक्षा आठ तक के बच्चों के लिए विद्यालयों में दस फरवरी से पढ़ाई शुरू की जाए. उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में कक्षा एक से कक्षा पांच तक की पढ़ाई एक मार्च से शुरू की जाएगी.
उन्होंने कोरोना वायरस प्रोटोकॉल के पालन की भी हिदायत दी है. सरकारी प्रवक्ता के अनुसार बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित प्रदेश के 1.5 लाख से अधिक प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 1 करोड़ 83 लाख से अधिक बच्चे पढ़ते हैं.
प्रवक्ता का दावा है कि 11 महीने बाद एक मार्च को जब प्राथमिक विद्यालय के छात्र अपने स्कूल पहुंचेंगे तो उनको बहुत कुछ बदला हुआ नजर आएगा क्योंकि मुख्यमंत्री के निर्देश पर कोरोना संक्रमण के दौरान बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित 80 प्रतिशत से अधिक प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों का कायाकल्प किया जा चुका है. बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से कक्षा एक से तीन के छात्रों को सहज पुस्तक भी उपलब्ध कराई जाएगी.
Posted By – Arbind kumar mishra