Lucknow News: उत्तर प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर का सबसे अधिक खामियाजा शैक्षणिक संस्थानों को उठाना पड़ रहा है. इस बीच सोशल मीडिया पर शैक्षणिक संस्थाओं को 15 फरवरी तक बंद रखने के आदेश की एक फर्जी खबर तेजी से वायरल हो रही है, जबकि प्रशासन की ओर से ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है.
दरअसल, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने सोशल मीडिया में वायरल 15 फरवरी तक सभी स्कूलों के बन्द करने के आदेश का खण्डन किया है. अवनीश अवस्थी द्वारा दूरभाष पर बताया गया कि अभी ऐसा कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया है. शासन के निर्देशानुसार 30 जनवरी तक ही प्रदेश के समस्त स्कूलों को बन्द रखने के आदेश है.
दरअसल, कोरोना की तीसरी लहर के बीच यूपी के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को बंद रखने का आदेश एक बार फिर बढ़ा दिया गया है. ऐसे में अब 30 जनवरी तक सभी स्कूल सिर्फ ऑनलाइन कक्षाएं चला सकेंगे. इससे पहले ये आदेश 23 जनवरी तक के लिए लागू किया गया था, जिसकी डेट आगे बढ़ाकर 30 तक कर दी गई है.
दरअसल, इससे पहले प्रदेश में सभी स्कूल और कॉलेजों को 23 जनवरी तक बंद करने का आदेश दिया गया था. सीएम योगी ने उस दौरान कोरोना वायरस की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को इस संबंध में दिशानिर्देश दिए थे. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कोविड-19 की बदलती परिस्थितियों को देखते हुए सभी शिक्षण संस्थानों में आगामी 23 जनवरी तक प्रत्यक्ष पठन-पाठन स्थगित रखा जाए. केवल ऑनलाइन तरीके से पढ़ाई हो. इधर बोर्ड एग्जाम का समय दिन ब दिन नजदीत आता जा रहा है. हालांकि परीक्षा की तारीख अभी तक निर्धारित नहीं की गई है.
दरअसल, उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 10 हजार 937 नए पॉजिटिव केस मिले हैं. कुल मामलों में सबसे अधिक केस लखनऊ में 2 हजार 96 दर्ज किए गए. इसके बाद गौतमबुद्ध नगर में 710, गाजियाबाद में 501, कानपुर नगर में 487 और मेरठ में 434 मामले रिपोर्ट किए गए. इस दौरान 23 लोगों की मौत भी हुई है. प्रदेश में अब कोरोना के सक्रिय मामलों की संखा 80 हजार 342 हो गई है. 24 घंटे में सूबे में 2 लाख 14 हजार 992 सैंपल की जांच की गई है.
Posted by Sohit Kumar