Moradabad News: यूपी की योगी सरकार एक ओर जहां बुलडोजर को लेकर सकारात्मक संदेश दे रही है वहीं मुरादाबाद के एसडीएम पर इसे हथियार की तरह इस्तेमाल करने के आरोप लग रहे हैं. आरोप है कि मुरादाबाद में एसडीएम ने फर्नीचर के 2.68 लाख रुपये बकाया मांगने पर कारोबारी का घर गिराने के लिए बुलडोजर भेज दिया. यही नहीं एसडीएम के आदेश पर घर की एक दीवार गिरा भी दी गई. कमिश्नर के निर्देश पर एडीएम प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है. एसडीएम से भी जवाब तलब किया गया है. हालांकि, एसडीएम बिलारी घनश्याम वर्मा ने इस मामले में मीडिया में कोई भी बयान देने से इनकार कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक, बिलारी के स्टेशन रोड श्योंडारा हाउस निवासी जाहिद अहमद का घर के पास ही आशीर्वाद फर्नीचर के नाम से एक शोरूम है. जाहिद ने स्थानीय मीडिया को बताया है कि जनवरी के महीने में वे एसडीएम के पास धान क्रय केंद्र पर तौल न होने की शिकायत लेकर गए थे. इसका निस्तारण होने के कुछ दिन बाद एसडीएम उनके शोरूम पर बेड, सोफा, मेज और कुर्सी देखने आए थे. एसडीएम ने 1.48 लाख रुपये का फर्नीचर पसंद किया. उन्होंने फर्नीचर उनके बिलारी व मुरादाबाद आवास पर भिजवा दिया. एसडीएम को बिल भी भेज दिया गया.
जाहिद के मुताबिक, इसके बाद तीन जुलाई को एसडीएम दोबारा उनकी शॉप पर आए. उन्होंने दीवान और सोफा आदि पसंद किया. इस बार बिल बना 1.19 लाख रुपये का. उनके कहने पर फर्नीचर उनकी बेटी जो हरदोई में डिप्टी जेलर अलका वर्मा के आवास पर पहुंचा दिया. जाहिद का कहना है कि यहां तक तो सब ठीक था. उसके बाद जब वह बिल लेकर एसडीएम के पास पहुंचे तो वे बिफर गये. उन्होंने जाहिद को बर्बाद करने की धमकी दे डाली.
जाहिद ने बताया कि कारोबारी ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की. शिकायत करने के एक दिन बाद ही एसडीएम का एक चपरासी उनके घर आया. उसने धमकी भरे अंदाज में कहा, ‘चुप हो जाओ नहीं तो बर्बाद कर दिए जाओगे.’ इसके कुछ देर बाद ही घर गिराने का नोटिस कारोबारी को भेज दिया गया. 12 जुलाई की शाम एसडीएम ने तहसीलदार को कारोबारी का घर गिराने के लिए बुलडोजर के साथ भेज दिया और एक दीवार गिरा भी दी. कारोबारी के फोन करने पर अधिकारियों ने कार्रवाई रुकवाई.
एसडीएम के खिलाफ कोई कार्रवाई न होती देख कारोबारी ने सीएम पोर्टल पर गुरुवार को शिकायत दर्ज कराई. कारोबारी ने बुलडोजर से दीवार गिराने व फर्नीचर घर पर वाहन से उतरवाने की फोटो भी अधिकारियों को दे दी है. कारोबारी की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए कमिश्नर आन्जनेय कुमार ने डीएम को जांच के निर्देश दे दिए हैं. जिलाधिकारी को एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है.