Lucknow News: उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की लखनऊ में पेशी के दौरान लीक हुई जानकारी के मामले की जेल विभाग ने जांच शुरू कर दी गई है. जेल महानिदेशक ने जेल में हर-हर गतिविधि की जानकारी बाहर आने पर एक जांच कमेटी गठित की है, जिसे 7 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं.
इस संबंध में जेल महानिदेशक आनंद कुमार ने बताया कि कुछ लोगों ने ये सवाल उठाए हैं कि आखिरकार मुख्तार को बांदा जेल से लखनऊ लाया जा रहा था तो ये सूचना बाहर कैसे आई. इस मामले में डीआईजी रैंक के अधिकारी को मामले की जांच दी गई है. उन्हें 7 दिन के भीतर पूरे मामले की रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं. दरअसल, उस दौरान मुख्तार के जेल से निकलने से पहले ही उसके बेटे अब्बास अंसारी ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी कि मुख्तार अंसारी का मेडिकल रद्द कराकर उन्हें लखनऊ लाया जा रहा है. यही नहीं स्थानीय पत्रकारों को भी हर सूचना मिल रही थी. ऐसे में यह सवाल उठता है कि जेल के अंदर की सूचना कौन बाहर दे रहा था?
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बता दें कि 28 मार्च को बांदा जेल में निरूद्ध मुख्तार अंसारी को लखनऊ लाने के लिए एम्बुलेंस मुहैया कराई गई थी. एमपी-एमएलए कोर्ट में दो मामलों की सुनवाई के लिए मुख्तार को यहां लाया जाना था. 27 मार्च की रात 12 बजे जब एम्बुलेंस जेल पहुंची तो उसके बाद से बाहुबली मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास अंसारी हर पल की जानकारी दे रहा था. ट्वीट कर अब्बास ने पिता की जान को खतरा होने का अंदेशा भी जताया था. अब इस मामले की जांच की जा रही है कि उस समय जेल से सारी सूचना अब्बास को कौन मुहैया करा रहा था. रात 12 बजे के करीब जेल के आस-पास से चलाए जा रहे हर मोबाइल की डिटेल जुटाई जा रही है. उस दौरान मुख्तार के जेल से निकलने से पहले ही उसके बेटे अब्बास अंसारी ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी थी कि मुख्तार अंसारी का मेडिकल रद्द कराकर उन्हें लखनऊ लाया जा रहा है. यही नहीं स्थानीय पत्रकारों को भी हर सूचना मिल रही थी. ऐसे में यह सवाल उठता है कि जेल के अंदर की सूचना कौन बाहर दे रहा था.