Agra News: कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए फिरोजाबाद में लागू होगी सेक्टर स्कीम, जानें क्या होगा खास?
आगे आने वाले गुरुवार से सावन के महीने की शुरुआत हो रही है. सावन के चार सोमवार तक भारी भीड़ बनी रहती है. इस दौरान तमाम कावड़िए सोरों व अन्य शहरों से गंगाजल लेकर शिव मंदिर पर चढ़ाने के लिए आते हैं. कई बार देखा गया है कि सड़क पर चलने वाले कांवरियों के साथ कोई न कोई हादसा हो जाता है...
Ferozabad News: उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश के बाद फिरोजाबाद प्रशासन ने सावन के महीने में जिले में आने वाले कांवड़ियों के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए हैं. इसके लिए पुलिस प्रशासन ने जिले में सेक्टर स्कीम लागू कर दी है. जिले के एसएसपी और डीएम ने बॉर्डर सीमा का निरीक्षण कर सेक्टर स्कीम लागू करने की योजना तैयार की है. जिला प्रशासन का कहना है कि कावड़ियों को किसी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए.
पुलिस तैनात करने के निर्देश
आगे आने वाले गुरुवार से सावन के महीने की शुरुआत हो रही है. सावन के चार सोमवार तक भारी भीड़ बनी रहती है. इस दौरान तमाम कावड़िए सोरों व अन्य शहरों से गंगाजल लेकर शिव मंदिर पर चढ़ाने के लिए आते हैं. कई बार देखा गया है कि सड़क पर चलने वाले कांवरियों के साथ कोई न कोई हादसा हो जाता है जिससे कई कांवरियों की मौत भी हो चुकी है. ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी जिलों को आवश्यक इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं. ऐसे में फिरोजाबाद जिला प्रशासन ने कांवरियों को हादसों से दूर रखने के लिए प्रमुख चौराहों, तिराहों व ऐसे स्थानों जहां हादसों की संभावना अधिक रहती है वहां पर पुलिस तैनात करने के निर्देश दिए हैं.
सुरक्षा व्यवस्था में कोई भी चूक नहीं
फिरोजाबाद के डीएम रवि रंजन और एसएसपी आशीष तिवारी ने रविवार को शहर में आने वाले कांवरियों के रूट का स्वयं निरीक्षण किया. इस दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को सड़क की मरम्मत, सफाई और पीने के पानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. एसएसपी आशीष तिवारी में शिकोहाबाद और नसीरपुर थाने के प्रभारियों को निर्देश दिया है कि कांवड़ियों की सुरक्षा व्यवस्था में कोई भी चूक नहीं होनी चाहिए. वहीं एसएसपी ने बताया कि कांवरियों की सुरक्षा के मद्देनजर जिले में सेक्टर स्कीम लागू की गई है. जसराना से नसीरपुर तक 45 किलोमीटर की दूरी को 2 जोन, 5 सेक्टर और 15 सब सेक्टर में बांटकर फोर्स की तैनाती की जाएगी.
रिपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत