देशभर में चलाए गए इस आंदोलन का बड़ा असर लखनऊ में देखने को मिला है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, ‘भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण बढ़ी महंगाई से आम जनता की कमर टूट चुकी है. हम सभी कांग्रेसजनों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन भी सरकार को नागवार है,पीसीसी से राजभवन तक शांतिपूर्ण ढंग से पैदल मार्च कर रहे हम सभी कांग्रेसजनों की गिरफ़्तारी कर ली गई. कांग्रेस जन हित में लड़ती रहेगी.’
इस संबंध में उत्तर प्रदेश कांग्रेस की ओर से ट्वीट कर कहा गया, ‘महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान तानाशाह सरकार की बेलगाम पुलिस ने लाठियां भांजीं, जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ता शोभित अवस्थी और ज्ञानेश शुक्ला को चोट आई. सरकार को याद रखना चाहिए कि तानाशाही की उम्र छोटी और अंत बुरा होता है.’
यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा ने कहा, ‘सरकार की जनविरोधी नीतियों और महंगाई के खिलाफ पीसीसी से राजभवन तक शांतिपूर्ण ढंग से पैदल मार्च कर रहे हम सभी कांग्रेसजनों को गिरफ्तार कर लिया गया. ये दमनकारी नीतियां हमारे लोकतंत्र के लिए घातक हैं. कांग्रेस पुलिस के पहरे से डरने वाली नहीं है. हम जनता के हितों की लड़ाई लड़ेंगे.’
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस मंहगाई के खिलाफ चरणबद्ध अभियान चला रही है. उसी के तीसरे चरण के तहत प्रदेश मुख्यालय पर कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा मोना और विधायक वीरेंद्र चौधरी, पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी समेत पूर्व विधायकों और वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदेश मुख्यालय से राजभवन के लिए निकले. बीच में ही प्रशासन ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोकने की कोशिश की. इस बीच एक कार्यकर्ता को गंभीर चोट भी आई.