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शबनम को रामपुर से बरेली जेल किया गया शिफ्ट
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शबनम की तसवीर सोशल मीडिया में वायरल होने पर दो बंदी रक्षक सस्पेंड
Shabnam Hanging Case : उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद के बावनखेड़ी नरसंहार की दोषी शबनम की फांसी टल चुकी है. इधर अब खबर आ रही है कि उसे रामपुर जेल से बरेली सेंट्रल जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. शिफ्ट करने का आदेश जेल प्रशासन ने लिया है. जेल प्रशासन ने बेहद गोपनिय अंदाज में शबनम को दूसरे जेल में शिफ्ट किया. इसके पीछे जो कारण बताया जा रही है, वो काफी गंभीर है.
दरअसल रामपुर जेल में बंद फांसी की सजा पायी शबनम की एक तसवीर सोशल मीडिया में वायरल हुई थी, जिसे जेल प्रशासन ने भी पुष्टि कर दी है. शबनम की तसवीर वायरल होने के मामले में दो बंदी रक्षकों को भी सस्पेंड कर दिया गया है.
जेल प्रशासन ने बताया कि शबनम की तसवीर 26 जनवरी को खींची गयी थी. जब उसकी जानकारी हुई तो जेल प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए दो बंदी रक्षकों नाहिद बी और शुऐब खान को सस्पेंड कर दिया गया. इस घटना के बाद शबनम को बरेली सेंट्रल जेल में शिफ्ट करने का आदेश दे दिया गया.
शबनम फांसी पर अब भी सस्पेंस कायम
अमरोहा के बावनखेड़ी में अपने प्रेमी सलीम के साथ अपने ही परिवार के 7 लोगों की कुल्हाड़ी से काटकर निर्मम हत्या करने के आरोप में शबनम और उसके प्रेमी सलीम को फांसी की सजा सुनाई गयी है, लेकिन दोनों की फांसी पर अब भी सस्पेंस कायम है. शबनम की दया याचिका को राष्ट्रपति ने ठुकरा दिया, लेकिन फिलहाल उसने एक बार फिर से यूपी के राज्यपाल के पास दया याचिका दायर की है. वहीं दूसरी ओर प्रेमी सलीम की दया याचिका अब भी राष्ट्रपति के पास लंबित है.
शबनम ने की है सीबीआई जांच की मांग
कुछ दिनों पहले शबनम ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी. जेल में 12 साल के बेटे से मिलने के बाद शबनम खुब रोई और खुद को निर्दोष बतायी . शबनम ने बेटे ताज से कहा कि वह उसकी परछाई से भी दूर रहे और पढ़-लिखकर अच्छा इंसान बने. दूसरी ओर मां से मिलने के बाद बेटे ताज ने राष्ट्रपति से गुहार लगाया है कि वो फांसी के फैसले को वापस ले लें और उसकी मां की गलती को माफ कर दें.
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क्या है मामला
गौरतलब है कि 14-15 अप्रैल 2008 को रात को शबनम ने अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर अपने ही परिवार के 7 लोगों की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी थी. इस मामले में निचली अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक ने दोनों की फांसी की सजा थी. सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर 2020 में दोनों की पुनर्विचार याचिका भी खारिज कर दी थी. उसके बाद राष्ट्रपति ने भी शबनम की दया याचिका को खारिज कर दिया.
Posted By – Arbind kumar mishra