Shafiqur Rahman Barq Controversy: आए दिन अपने विवादास्पद बयानों के चलते समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने एक और नए विवाद को जन्म दे दिया है. उन्होंने देशभर में मनाए जा रहे आजादी के अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotasav) के तहत हर घर तिरंगा अभियान (Har Ghar Tiranga Abhiyan) के संदर्भ में बयानबाजी कर दी है. इसके बाद से संभल की लोकसभा सीट से सांसद शफीकुर्रहमान बर्क (Shafiqur Rahman Barq) की सोशल मीडिया में जमकर आलोचना की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, सपा सांसद का राष्ट्रीय ध्वज पर दिया गया बयान सियासी गलियारों के साथ ही देशभर में सोशल मीडिया के बीच चर्चा में आ गया है. अपने विवादास्पद बयान में बर्क ने कहा था, ‘हमारी देशभक्ति झंडे पर नहीं है. हमारी देशभक्ति कुर्बानी पर है. इस देश के लिए हम क्या कुर्बानी दे रहे हैं, क्या कुर्बानी दी है और क्या कुर्बानी देंगे, ये महत्वपूर्ण है.’ सांसद बर्क ने अपने बयान में ‘हर घर तिरंगा अभियान’ पर सवाल पूछते हुए कहा था, ‘ये अपनी मर्जी है कि कोई घर पर झंडा लगाए या न लगाए. तिरंगे को घर पर लगाना अनिवार्य नहीं होना चाहिए. मुझे तिरंगा यात्रा में शामिल होने के लिए कोई न्योता नहीं मिला है.’ अपने इस बयान को लेकर बर्क चारों ओर से घिर गए हैं. सोशल मीडिया पर इस बयान को लेकर सपा सांसद की जमकर आलोचना की जा रही है. भाजपा के साथ ही दूसरे दलों के नेता भी बर्क के इस बयान की आलोचना कर रहे हैं.
यह मामला तब और ज्यादा उछल गया जब कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख अखिलेश यादव से जवाब तलब कर लिया. कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से सवाल करते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘अखिलेश यादव बताएं, क्या अपने सांसद शफीकुर्रहमान बर्क की बात से सहमत हैं?’ हालांकि, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने पहले ही आजादी का अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा अभियान के समर्थन में अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को आदेश दिया है कि वे इस कार्यक्रम का बढ़-चढ़कर समर्थन करें.