उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और कद्दावर नेता शिवपाल सिंह यादव अपनी पार्टी प्रसपा के बजाय समाजवादी पार्टी के चुनाव चिह्न साइकिल से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं. शिवपाल-अखिलेश के बीच गठबंधन के बाद सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा शुरू हो गई है. इसी बीच शिवपाल के पोस्टर से चाबी चुनाव चिह्न गायब हो गया है.
शिवपाल सिंह यादव के ट्विटर हैंडल से चौधरी चरण सिंह के जयंती पर श्रद्धांजलि को लेकर एक पोस्टर ट्वीट किया गया है. इस पोस्टर में प्रसपा (लोहिया) का चुनाव चिह्न चाबी नहीं दिख रहा है. इससे पहले अब तक जितने भी पोस्टर शिवपाल यादव ने शेयर किए हैं, उसमें चाभी जरूर दिखता था.
जसवंतनगर से लड़ सकते हैं चुनाव– वहीं शिवपाल यादव जसवंतनगर से विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं. शिवपाल वर्तमान में इसी सीट से विधायक हैं. हालांकि पिछले दिनों एक इंटरव्यू में शिवपाल यादव ने कहा कि किस सिंबल से लड़ेंगे, वो अभी फैसला नहीं हुआ है. अखिलेश के साथ एक बार और बैठेंगे और फिर सब फाइनल हो जाएगा.
बताते चलें कि इसी महीने के 16 तारीख को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल यादव के घर पर मिलने पहुंचे, जिसके बाद अखिलेश यादव ने गठबंधन का ऐलान किया. वहीं शिवपाल यादव ने मीडिया को बताया कि पार्टी अभी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेगी, विलय पर कोई चर्चा नहीं हुई है.
गौरतलब है कि सपा से अलग होकर शिवपाल यादव ने 2018 में अपनी नई पार्टी प्रगतिशील समाज पार्टी लोहिया का गठन किया. शिवपाल यादव इसी पार्टी के साथ 2019 के चुनावी मैदान में उतरे. हालांकि उन्हें कोई बड़ी सफलता नहीं मिली.
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