Lucknow News: भगवामय हुए शिवपाल यादव, नवरात्रि के तीसरे दिन प्रभु राम के सहारे BJP में जाने के दिए संकेत
शिवपाल यादव ने ट्वीट कर रामायण की चौपाई के साथ भगवान राम को परिवार, संस्कार और राष्ट्र निर्माण की सर्वोत्तम पाठशाला बताया है. राजनीति के जानकार इसे शिवपाल यादव के भाजपा शामिल होने का संकेत मान रहे हैं.
Lucknow News: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में जसवंतनगर से प्रचंड जीत दर्ज करने वाले प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव बीजेपी में कब शामिल होंगे ये तो पता नहीं, लेकिन पार्टी में शामिल होने की अटकलेंं दिन ब दिन बढ़ती जा रही हैं. इस बीच अब शिवपाव यादव भगवा रंग में रंगे नजर आने लगे हैं. नवरात्रि के तीसरे दिन यानी आज शिवपाल यादव ने रामायण की चौपाई के साथ भगवान राम को परिवार, संस्कार और राष्ट्र निर्माण की सर्वोत्तम पाठशाला बताया है. राजनीति के जानकार इसे शिवपाल यादव के भाजपा शामिल होने का संकेत मान रहे हैं.
प्रातकाल उठि कै रघुनाथा। मातु पिता गुरु नावहिं माथा॥ आयसु मागि करहिं पुर काजा। देखि चरित हरषइ मन राजा॥
भगवान राम का चरित्र 'परिवार, संस्कार और राष्ट्र' निर्माण की सर्वोत्तम पाठशाला है। चैत्र नवरात्रि आस्था के साथ ही प्रभु राम के आदर्श से जुड़ने व उसे गुनने का भी क्षण है। pic.twitter.com/yDmjA7Cgns— Shivpal Singh Yadav (@shivpalsinghyad) April 4, 2022
शिवपाल यादव ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल ट्वीट कर लिखा, ‘प्रातकाल उठि कै रघुनाथा। मातु पिता गुरु नावहिं माथा॥ आयसु मागि करहिं पुर काजा। देखि चरित हरषइ मन राजा॥ भगवान राम का चरित्र ‘परिवार, संस्कार और राष्ट्र’ निर्माण की सर्वोत्तम पाठशाला है। चैत्र नवरात्रि आस्था के साथ ही प्रभु राम के आदर्श से जुड़ने व उसे गुनने का भी क्षण है.’
बीजेपी में शामिल हो सकते हैं शिवपाल?दरअसल, समाजवादी पार्टी के टिकट पर इटावा की जसवंतनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़कर विधायक बने प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को लेकर राजनीति में हलचल मची हुई है. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से नाराज चाचा शिवपाल हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करने पहुंच थे. इसके बाद से उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई थीं. इसके बाद इन अटकलों को फिर से हवा तब मिल गई, जब उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ और पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा को फॉलो करना शुरू कर दिया.
सीएम योगी से मिलने लखनऊ पहुंचे थे शिवपालहालांकि, सीएम योगी से मुलाकात पर उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह कोई राजनीतिक मुलाकात नहीं थी. यह एक शिष्टाचार भेंट थी. मगर शिवपाल सिंह यादव की यह मुलाकात राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है. दरअसल, 26 मार्च को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के सभी विधायकों को बैठक के लिए आमंत्रित किया था. शिवपाल सिंह यादव भी इसमें शामिल होने के लिए लखनऊ पहुंचे थे. मगर उन्हें इस बैठक में शामिल होने के लिए निमंत्रित नहीं किया गया. इस बात से वे बिफर गए.
Posted by: Sohit kumar