चाचा शिवपाल को क्या रास नहीं आ रही भतीजे अखिलेश के पीछे वाली सीट, आखिर जगह बदलने की क्यों दी अर्जी?
विधानसभा में इस बार सदन शुरू होने से पहले ही सभी विधायकों की सीट तय कर दी गई थी, लेकिन शिवपाल को अपनी सीट पसंद नहीं आ रही. शिवपाल यादव की सीट के बगल में सपा विधायक अब्दुल्ला आजम और मनोज पारस की सीटें हैं. यूपी की विधानसभा में बजट सत्र का आयोजन किया जा रहा है.
Lucknow News: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं नेता सदन प्रतिपक्ष अखिलेश यादव से उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव की नाराजगी अब सार्वजनिक हो चुकी है. परिवार का यह मतभेद अब सदन में भी दिखने लगा है. चाचा शिवपाल ने भतीजे अखिलेश के पीछे वाली रो में मिली सीट पर न बैठने के लिए अर्जी दी है. उनके साथ ही करीब 12 अन्य विधायकों ने भी सदन में अपनी सीट बदलने की गुहार लगाई है.
बजट सत्र की हो रही कार्यवाही
जानकारी के मुताबिक, पत्र में शिवपाल यादव ने विधानसभा अध्यक्ष से अपील की है कि उनकी वरिष्ठता को देखते हुए उन्हें दूसरी सीट दी जाए. विधानसभा में इस बार सदन शुरू होने से पहले ही सभी विधायकों की सीट तय कर दी गई थी, लेकिन शिवपाल को अपनी सीट पसंद नहीं आ रही. शिवपाल यादव की सीट के बगल में सपा विधायक अब्दुल्ला आजम और मनोज पारस की सीटें हैं. यूपी की विधानसभा में बजट सत्र का आयोजन किया जा रहा है. बुधवार को सत्र का तीसरा दिन है. आज राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण पर चर्चा होनी है.
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सपा के सिंंबल पर लड़े थे चुनाव
दरअसल, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल ने सपा के सिंबल पर इटावा की जसवंतनगर सीट से विधानसभा चुनाव लड़े थे. जाहिर है अब वे सपा के ही विधायक गिने जाते हैं. ऐसे में उन्हें सपा विधायकों के साथ की कुर्सी अलॉट की गई है. मगर उन्हें अब वहां बैठने में दिक्कत हो रही है. उनकी सीट भी भतीजे अखिलेश के पीछे वाली रो में है. यही कारण है कि शिवपाल यादव ने सतीश महाना से अपनी सीट बदलने की मांग की है. हालांकि, खबर यह भी है कि शिवपाल यादव के अलावा समाजवादी पार्टी के 12 और विधायकों ने भी अपनी सीट बदले जाने की मांग की है. उनका कहना है कि जो सीट उन्हें अलॉट की गई है, वहां बैठने में उन्हें दिक्कत हो रही है.