वे लौटे लेकिन तिरंगे में लिपटकर…सिक्किम हादसे के जवानों को नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई
जवानों की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए लोग दूर-दूर से मौके पर पहुंचे. अंतिम यात्रा के दौरान उनके अमर रहने के नारे लगाये गए और नम आंखों से विदाई दी गई.
Lucknow: पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम में शुक्रवार को हादसे में शहीद हुए यूपी के चार जवानों का अंतिम संस्कार रविवार को उनके गृह जनपदों में किया गया. सिक्किम के जेमा में शुक्रवार को एक सैन्य ट्रक के खाई में गिरने से सेना के 16 जवान शहीद हो गए थे. इनमें यूपी के ललितपुर के हवलदार चरन सिंह, एटा के भूपेंद्र सिंह, उन्नाव के श्याम सिंह यादव और मुजफ्फरनगर के लोकेश राय भी थे.
सभी जवानों का पार्थिव शरीर उनके गृह जनपद पहुंचने के बाद आज अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया. इस दौरान प्रदेश सरकार के मंत्री, सेना और प्रशासन के वरिष्ठ अफसर मौजूद रहे. जवानों की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए लोग दूर-दूर से मौके पर पहुंचे. अंतिम यात्रा के दौरान उनके अमर रहने के नारे लगाये गए और नम आंखों से विदाई दी गई.
तिरंगे में लिपटा घर पहुंचा ललितपुर का लाल, गांव हुआ गमगीन
ललितपुर के चरन सिंह का पार्थिव शरीर रविवार को सौजना गांव स्थित उनके घर पर जैसे ही पहुंचा, परिजनों का कोहराम मच गया. तिरंगे झंडे में लिपटा चरन सिंह का पार्थिव शरीर महरौनी पहुंचा तो लोग जुटने लगे. यहां से सौजना गांव की ओर वाहनों का काफिला आगे चला तो ग्रामीणों ने नाम आखों से चरन सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि दी.
श्रम एवं योजना राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, डीएम आलोक सिंह, एसपी गोपाल कृष्ण चौधरी सहित कई प्रमुख लोगों ने पुष्पचक्र चढ़ाकर चरन सिंह को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद नम आंखों से शहीद का अंतिम संस्कार किया गया.
उन्नाव में श्याम यादव की पत्नी ने की ये मांग
उन्नाव के हिलौली विकासखंड के गांव ककरारी के रहने वाले श्याम सिंह यादव की अंतिम विदाई में भी लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. रविवार को जैसे ही जवान का शव पहुंचा तो परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे. श्याम सिंह यादव की पत्नी विनीता ने सरकार से 1.50 करोड़ रुपये की मांग की है. इस संबंध में उन्होंने एक प्रार्थना पत्र भी उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी को दिया.
अपने प्रार्थना पत्र में उन्होंने सरकारी नौकरी और पेट्रोल पंप की भी मांग की है. श्याम सिंह यादव 2011 में सेना में नायक पद पर भर्ती हुए थे. उनका एक 8 साल का बेटा है. उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी, सांसद साक्षी महाराज, विधायक अनिल सिंह, पंकज गुप्ता, डीएम अपूर्वा दुबे, एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने शहीद को श्रद्धा सुमन अर्पित किए.
मुजफ्फरनगर के लोकेश को नम आंखों से दी अंतिम विदाई
मुजफ्फरनगर के युसूफपुर के लाल सेना नायक लोकेश का उनके पैतृक गांव की भूमि पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया. जवान की शहादत के बाद दिनभर गांव में लोगों की आवाजाही लगी रही. हर लम्हा शहीद की यादों और बातों में गुजरा. रविवार को पार्थिव शरीर गांव पहुंंचा तो कोहराम मच गया. अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा.
इस दौरान जब तक सूरज चांद रहेगा लोकेश तुम्हारा नाम रहेगा और वंदे मातरम के नारे लगाए गए. गांव की महिलाएं घरों की छत पर पहुंच गई और शहीद जवान के पार्थिव शरीर पर पुष्प वर्षा की. इसके बाद उनके शव को गांव की ही निजी भूमि पर ले जाया गया, जहां सैनिक सम्मान के साथ विदाई दी गई.
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एटा के भूपेंद्र सिंह को तिरंगे में लिपटे देख माहौल हुआ गमगीन
एटा के लाल भूपेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर भी उनके पैतृक गांव पहुंचा. इस दौरान लोगों ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी. भूपेंद्र की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए सुबह से ही लोग जुटना शुरू हो गये थे. सभी ने उनके जज्बे को सलाम किया.
शहीद के चाचा पूर्व फौजी सुखेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने परिवार को 50 लाख की धनराशि और एक सदस्य को नौकरी देने की बात की है, इससे राहत मिलेगी. भूपेंद्र का पार्थिव शरीर पहुंचने पर श्रद्धांजलि देने के लिए मंत्री जयवीर सिंह, सांसद मुकेश राजपूत, विधायक सतपाल सिंह, डीएम एसएसपी सहित अन्य लोग मौजूद रहे.