गोरखपुर में अपराधियों पर शिकंजा कसने में नाकाम रही एसओजी और स्वाट टीम, जानें SSP ने क्या दी ‘सजा’

गोरखपुर शहर में पशु तस्कर, टप्पेबाज और मोटरसाइकिल चोरों पर शिकंजा कसने में नाकाम एसओजी और स्वाट टीम को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने भंग कर दिया है. इन टीमों के इंस्पेक्टर समेत सभी पुलिसकर्मियों को कप्तान ने लाइन हाजिर कर दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 7, 2022 6:27 PM

Gorakhpur News: गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन ताडा ने गोरखपुर के एसओजी व स्वाट टीम को भंग कर दिया है. अपराधियों पर शिकंजा कसने में नाकाम रहने पर एसएसपी ने यह कार्रवाई की है. पशु तस्कर और टप्पेबाज लंबे समय से पुलिस को चुनौती दे रहे थे, जिसे रोकने में एसओजी व स्वाट टीम की लापरवाही दिख रही थी.

कप्तान ने किया लाइन हाजिर

गोरखपुर शहर में पशु तस्कर, टप्पेबाज और मोटरसाइकिल चोरों पर शिकंजा कसने में नाकाम एसओजी और स्वाट टीम को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने भंग कर दिया है. इन टीमों के इंस्पेक्टर समेत सभी पुलिसकर्मियों को कप्तान ने लाइन हाजिर कर दिया है. अभी कुछ दिन पहले कुशीनगर जिले में स्वाट टीम प्रभारी के पशु तस्कर के हमले में घायल होने की घटना हुई थी. अचानक हुई कार्रवाई को उस घटना से भी जोड़कर देखा जा रहा है.

नहीं रोक पा रहे थे वारदात

एसएसपी डॉ विपिन ताडा ने मंगलवार को एसओजी व स्वाट टीम द्वारा किये गए कार्यों की समीक्षा की थी. उसमें एसओजी व स्वाट टीम के कार्यों में लापरवाही देखने को मिली थी. गोरखपुर शहर में पशु तस्कर व टप्पेबाज बेखौफ होकर घूम रहे हैं. अलग-अलग जगहों पर वारदात को अंजाम भी दे रहे हैं. 20 से अधिक वीडियो सामने आने के बाद भी एसओजी व स्वाट टीम द्वारा कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पाई है.

इन मामलों ने कराई किरकिरी

बता दें कि बीते शनिवार की शाम को कुशीनगर जिले की कसया में 25 हजार का वांछित अपराधी और पशु तस्कर को पकड़ने गए स्वाट टीम प्रभारी निरीक्षक प्रदीप शर्मा के घायल होने के मामले में भी टीम पर लापरवाही बरतने का आरोप है. इसके अलावा कुछ दिन पहले गोरखपुर के विश्वविद्यालय के कैंटीन में दिनदहाड़े फायरिंग करके बदमाश विश्वविद्यालय कैंपस से बाहर चले गए थे. उस मामले में भी अभी तक आरोपी को पकड़ने में टीम नाकाम रही है.

2014 में भी भंग की जा चुकी है

एसओजी व स्वाट टीम में इंस्पेक्टर समेत 17 पुलिसकर्मी तैनात थे. एसएसपी ने बताया कि अब नए सिरे से एसओजी व स्वाट टीम का गठन किया जाएगा. इससे पहले भी 2014 में एसओजी वह स्वाट टीम को तत्कालिक एसएसपी ने भंग किया था. गोरखपुर जिले के एसओजी टीम पर मई 2014 में कुख्यात अपराधी चंदन सिंह की मुखबिरी का आरोप लगा था और चंदन सिंह को पकड़ने गई टीम को दिल्ली से खाली हाथ लौटना पड़ा था. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उस समय के तत्कालीन एसएसपी आकाश कुलहरी ने एसओजी और स्वाट टीम को भंग कर दिया था. उसके बाद नई टीम का गठन किया गया था.

रिपोर्ट : कुमार प्रदीप

Next Article

Exit mobile version