बिहार में भाजपा को मिले झटके पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने किया तंज, बोले- जल्द BJP के खिलाफ होंगे सब
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, ‘यह एक अच्छी शुरुआत है. इस दिन 'अंग्रेजों भारत छोड़ो' का नारा दिया गया था और आज बिहार से 'बीजेपी भगाओ' का नारा आ रहा है.’
Lucknow News: बिहार में जिस तरह से मंगलवार को सत्ता परिवर्तन (Bihar Politics Crisis) का खेल हुआ है, उससे खुश होकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि आज बिहार से ‘बीजेपी भगाओ’ का नारा आ रहा है. ऐसा लगता है कि जल्द ही राजनीतिक दल और विभिन्न राज्यों के लोग भाजपा के खिलाफ खड़े होंगे. दरअसल, बिहार में भाजपा और जदयू के गठबंधन की सरकार में अलगाव हो गया है. सुबह से राजनीति में आए इस भूचाल को लेकर देशभर में अलग-तरह तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं.
It's a good start. On this day the slogan of 'Angrezo Bharat Chhodo' was given and today the slogan of 'BJP Bhagaon' is coming from Bihar. I think soon political parties and people in different states will stand against BJP: SP chief Akhilesh Yadav on political situation in Bihar pic.twitter.com/UXhlfWAhDx
— ANI (@ANI) August 9, 2022
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, ‘यह एक अच्छी शुरुआत है. इस दिन ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो’ का नारा दिया गया था और आज बिहार से ‘बीजेपी भगाओ’ का नारा आ रहा है. मुझे लगता है कि जल्द ही राजनीतिक दल और विभिन्न राज्यों के लोग भाजपा के खिलाफ खड़े होंगे.’ बिहार में आए इस राजनीतिक भूचाल पर अखिलेश यह टिप्पणी काफी चर्चा में आ गई है. हालांकि, यूपी में भाजपा की ओर से अभी अखिलेश को लेकर कोई जवाब नहीं आया है.
यहां जानें बिहार में हुआ क्या है?
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने राज्यपाल से मिलकर भाजपा से दूरी बनाने के कयासों पर मुहर लगा दी. उन्होंने स्थानीय मीडिया से कहा, ‘सभी सांसद और विधायक इस बात पर सहमत हुए कि हमें एनडीए छोड़ देना चाहिए. इसके तुरंत बाद मैंने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.’ अगली सरकार तक नीतीश राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहेंगे. उन्होंने कहा कि दोनों सदनों के सांसद सारे विधायक और विधान परिषद से सारी मीटिंग मंगलवार को हुई. सभी की इच्छा यही थी की हमें NDA छोड़ देना चाहिए तो जैसी सबकी इच्छा थी हमने उसी को स्वीकार कर लिया और जो में NDA की सरकार में मुख्यमंत्री था उस पद से इस्तीफा सौंप दिया.’