Rampur News: सपा के दिग्गज नेताओं में शुमार आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम स्वार टांडा विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे हैं. 23 माह तक जेल में रहने के बाद वे छूटे हैं. गुरुवार को प्रचार अभियान के दौरान उनका यूपी पुलिस से विवाद हो गया. उन्होंने तो यहां तक कह दिया, ‘प्रदेश में यूपी पुलिस क्या पता उन्हें ही गोली मार दे.’
बता दें कि 23 महीने तक जेल में बंद रहे सपा नेता आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम का गुरुवार को पुलिस से विवाद हो गया. वे स्वार टांडा विधानसभा सीट से सपा के प्रत्याशी हैं. उनके पिता आजम खां रामपुर शहर से चुनाव लड़ रहे हैं. वे भी दो साल से सीतापुर की जेल में बंद हैं. कुछ रोज पहले जेल से बाहर आने के बाद अब्दुल्ला अपने पिता आजम खां की जेल में बंद होने के बाद हाल को बयां करते हुए फफक-फफककर रो पड़े थे.
जानकारी के मुताबिक, अब्दुल्ला अपने चुनाव प्रचार के लिए स्वार टांडा क्षेत्र में निकले थे. इस बीच सहरिया गांव में पुलिस वालों ने उनकी गाड़ी रोक ली. पुलिस ने उनसे कहा कि चार से ज्यादा गाड़ी नहीं चल सकतीं. इस अब्दुल्ला बिफर गए. उन्होंने तर्क दिया, ‘हमारी चार ही गाड़ी हैं.’ दरअसल, सुरक्षा के लिहाज से पुलिस की गाड़ी भी उनके साथ चल रही थी.
पुलिस वालों ने उनके काफिले में शामिल पुलिस की गाड़ी को भी जोड़ लिया था. विवाद इसी बात को लेकर गहरा गया. अब्दुल्ला आजम खां बोले, ‘यह गाड़ी हमारे साथ नहीं है. इसे ले जाओ.’ काफिला रोकने वाली पुलिस ने बताया कि सुरक्षा के लिए यह गाड़ी दी गई है. इस पर अब्दुल्ला बोल पड़े, ‘क्या पता पुलिस वाले ही मुझे गोली मार दें.’ इस बीच यह आरोप लगाया कि दूसरे प्रत्याशी 15-15 गाड़ी लिए घूम रहे हैं और पर्चे भी बांट रहे हैं. मगर रोका गया सिर्फ उन्हीं का काफिला.