गोरखपुर पहुंचा सपा प्रतिनिधिमंडल, ओमप्रकाश बोले- वक्त मौन है गूंगा नहीं, बहुमत हमेशा नहीं रहता…

प्रतिनिधिमंडल में सपा के गाजीपुर की जमानिया सीट से विधायक और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि प्रशासन को इतना जुल्म नहीं करना चाहिए. सत्ता अपना पराया नहीं देखती है. सत्ता इंसाफ करती है. गोरखपुर में जो कुछ भी हो रहा है वह बेहद घटिया घिनौना और गंदा काम है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 26, 2022 8:27 PM

Gorakhpur: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर पार्टी का प्रदेश स्तरीय प्रतिनिधिमंडल सोमवार को गोरखपुर पहुंचा. प्रतिनिधिमंडल ने सपा नेता भोला यादव, जवाहर यादव के घर जाकर उनके परिवार के लोगों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना व्यक्त की. पार्टी नेताओं ने आश्वासन दिया कि समाजवादी पार्टी इस लड़ाई में उनके साथ है. उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले को सपा सड़क से लेकर सदन तक उठाएगी.

सपा अध्यक्ष को सौंपी जाएगी रिपोर्ट

प्रतिनिधिमंडल में सपा के गाजीपुर की जमानिया सीट से विधायक और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि प्रशासन को इतना जुल्म नहीं करना चाहिए. सत्ता अपना पराया नहीं देखती है. सत्ता इंसाफ करती है. गोरखपुर में जो कुछ भी हो रहा है वह बेहद घटिया घिनौना और गंदा काम है. उन्होंने कहा कि सदन में समाजवादी पार्टी इसका विरोध करेगी. इस पूरे मामले की रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सौंपी जाएगी. उनके दिशा निर्देश के बाद पार्टी आगे की रणनीति तय करेगी.

सपा नेताओं को निशाना बना रहा गोरखपुर पुलिस-प्रशासन

ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि गोरखपुर पुलिस और प्रशासन द्वारा लगातार सपा नेताओं को टारगेट किया जा रहा है. बीते दिनों सपा नेता जवाहिर यादव और उनके बेटों दुर्गेश यादव, पूर्व ब्लॉक प्रमुख शैलेश यादव, सर्वेश यादव और अखिलेश यादव उर्फ भोला यादव पूर्व जिला पंचायत सदस्य समेत उनके भाई गोपाल यादव भतीजा नीरज यादव पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई.

छात्रसंघ की बहाली की मांग

ओमप्रकाश सिंह ने गोरखपुर यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ की बहाली पर चर्चा करते हुए कहा कि छात्र संघ ही लोकसभा का शिशु स्थल होता है. हम सब छात्र संघ की कोख से ही पैदा होकर राजनीति में आए हैं और आज तक कोई ऐसा छात्र नहीं मिला होगा जो भ्रष्टाचार को लेकर सुर्खियों में रहा हो, लेकिन, देश भर में ऐसे तमाम कुलपति मिल जाएंगे जो कि भ्रष्टाचार के मामले में बर्खास्त हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि इसके बावजूद कुलपतियों के कमरों पर ताला नहीं लगाया गया. लेकिन, छात्रसंघ कार्यालय पर ताला लगा दिया गया. उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वक्त मौन है. लेकिन, गूंगा नहीं. बहुमत हमेशा नहीं रहता. सरकार तो आती जाती रहती है.

निष्पक्ष जांच को लेकर पुलिस पर निशाना साधा

उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने एक विधायक इरफान सोलंकी से मिलने कानपुर जेल चले गए. इस पर सरकार ऐसा बौखलाई की विधायक का सिर्फ जेल ही नहीं बल्कि जिला बदल दिया गया. उसके बाद से विधायक पर मुकदमों की भी बौछार कर दी गई. इसकी सबसे बड़ी वजह है कि सिर्फ भारत देश में ही पुलिस ही केस दर्ज करती है और पुलिस ही जांच करती है, जिससे निष्पक्ष जांच होने का तो सवाल ही नहीं खड़ा होता.

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मीडिया विपक्ष की बात को रखे सामने

ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि लोकतंत्र में चार स्तंभ होते हैं जब विधायिका गड़बड़ होती है, तो कार्यपालिका उसे संभाल लेती है. जब कार्यपालिका गड़बड़ होती है, तो उसे न्यायपालिका संभाल लेती है. लेकिन, जब तीनों गड़बड़ होते हैं तो उसे मात्र पत्रकारिता ही संभाल सकती है. मैं भी पत्रकारिता से जुड़ा रहा हूं. मेरा मीडिया से निवेदन है कि अगर वे विपक्ष की बात नहीं रखेंगे तो लोकतंत्र की रक्षा कैसे हो सकेगी.

रिपोर्ट– कुमार प्रदीप, गोरखपुर

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