Lucknow News: प्रदेश के झांसी जनपद में समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व विधायक दीपनारायण यादव के खिलाफ प्रशासन ने शिकंजा कसते हुए बड़ी कार्रवाई की है. पूर्व विधायक की करगुवांजी और भगवंतपुरा में जमीन कुर्क कर दी गयी है, जबकि वनगुवां में आज संपत्ति कुर्क करने की प्रक्रिया की जाएगी. इन संपत्तियों की कीमत130 करोड़ रुपये है.
समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव पुलिस सुरक्षा में झांसी जिले के कुख्यात अपराधी लेखराज यादव को छुड़ाने के आरोप में जेल में बंद हैं. वह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं. गिरफ्तारी के बाद से ही उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. 26 सितंबर से जेल में निरुद्ध पूर्व विधायक पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई के बाद अब उनकी अपराध से अर्जित संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई की जा रहा है.
इस मामले में जिला मजिस्ट्रेट रवीन्द्र कुमार ने गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई के बाद पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव की करगुवांजी, भगवंतपुरा व वनगुवां में 130 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क करने के आदेश दिए थे. इस आदेश के बाद बीते दिनों आरसी जारी कर दी गई थी. इसके बाद तहसीलदार (सदर) डॉ. लाल कृष्ण, एसपी (सिटी) राधेश्याम राय व सीओ (सिटी) राजेश राय के नेतृत्व में राजस्व विभाग व पुलिस बल की मौजूदगी में संपत्ति कुर्क की गई.
राजस्व व पुलिस टीम सबसे पहले करगुवांजी पहुंची. यहां पर विभिन्न गाटा नम्बर पर सम्मिलित खाते में दीपनारायण सिंह यादव के नाम लगभग 2 एकड़ के प्लाट को कुर्क कर दिया गया. इसके बाद टीम भगवंतपुरा पहुंची, जहां पर इतने ही क्षेत्रफल का आवासीय प्लाट सीज कर दिया गया. करगुवांजी व भगवंतपुरा में आरसी के अनुसार आवासीय प्लाट को सीज किया गया है. अब वनगुवां में आज सीज करने की प्रकिया पूरी की जाएगी. इन तीनों स्थानों पर आवासीय प्लाट और जमीन की कीमत 130 करोड़ रुपये है, जबकि बाजार में इसकी कीमत और अधिक हो सकती है.
प्रक्रिया के मुताबिक पुलिस व राजस्व टीम ने करगुवांजी व भगवंतपुरा में पहुंचकर पहले जिला मजिस्ट्रेट का आदेश पढ़कर सुनाया और मुनादी की गई. इसके बाद भूमि पर संपत्ति कुर्क करने का बोर्ड लगा दिया गया. इस दौरान भारी पुलिस बल मौजूद रहा.
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इस बीच पूर्व विधायक की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. पूर्व विधायक ने व्यापारियों व जमीन कारोबारियों के साथ मिलकर कई अवैध कार्य किये थे, उनकी सूची बनायी जा रही है. अब ये लोग भी पुलिस के निशाने पर हैं, जल्द इन पर कानून का शिकंजा कस सकता है.