Bareilly News: सपा ने सदस्यता अभियान को अपनाया BJP का फार्मूला, लोकतंत्र बचाने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
प्रभारी सदस्यता अभियान की मानिटरिंग कर रहे हैं. सपा के प्रदेश मुख्यालय पर रिपोर्ट भेजते हैं. सपा लोकसभा चुनाव 2024 में अधिक से अधिक सीट जीतने की कोशिश में है. इसलिए सपा अधिक से अधिक लोगों को सदस्य बनाने की कोशिश में जुटी है. सपा ने लोकतंत्र बचाने के लिए लोगों से पार्टी से जुड़ने का आह्वान किया है.
Bareilly News: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 और 2022 के बाद रामपुर- आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में करारी हार के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपनी रणनीति में फेरबदल शुरू कर दिया है. सपा भाजपा के फार्मूले पर सदस्यता अभियान चला रही है. यूपी के हर जिले में सदस्यता अभियान को गति देने के लिए प्रभारी को जिम्मेदारी दी गई है.
ऑनलाइन सदस्यता अभियान
यह प्रभारी सदस्यता अभियान की मानिटरिंग कर रहे हैं. इसके साथ ही सपा के प्रदेश मुख्यालय पर रिपोर्ट भेजते हैं. सपा लोकसभा चुनाव 2024 में अधिक से अधिक सीट जीतने की कोशिश में है.इसलिए सपा अधिक से अधिक लोगों को सदस्य बनाने की कोशिश में जुटी है.सपा ने लोकतंत्र बचाने के लिए लोगों से पार्टी से जुड़ने का आह्वान किया है. इसके लिए समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल पर भी लोकतंत्र बचाने के लिए सपा का सदस्य बनने की बात कही गई है. इसके साथ ही सदस्यता अभियान में किसी तरह की दिक्कत आने पर हेल्पलाइन जारी की गई है.ऑनलाइन फॉर्म भरने के दौरान किसी भी तरह की समस्या आने पर हेल्पलाइन नंबर 9151030153, 9151030156, 7311155 744, 9151030151 और 7311155740 पर भी कॉल कर जानकारी कर सकते हैं.सपा की www.samajvadiparty.in पर ऑनलाइन सदस्यता अभियान के तहत लोग सदस्य बन रहे हैं.
मुलायम के गुरु ने अखिलेश को बनाया सदस्य
सपा मुखिया अखिलेश यादव की भी सदस्यता खत्म हो गई थी. इसके चलते समाजवादी पार्टी सदस्यता अभियान के तहत सबसे पहले अखिलेश यादव सदस्य बने थे. उनको मुलायम सिंह यादव के गुरु उदय प्रताप सिंह ने 5 जुलाई को सदस्यता दिलाई थी.
सपा के 70.90 लाख सदस्यों की सदस्यता हो गई थी खत्म
सपा के सदस्यों की सदस्यता 30 जून को खत्म हो गई थी. पार्टी संविधान के मुताबिक हर 05 साल बाद 1 जून से नई सदस्यता का अभियान चलाकर 30 जून तक पूरा करना होता है. मगर, यह अभियान नहीं चला.इस कारण सपाइयों की पुरानी सदस्यता खत्म हो गई थी. हर बार पुरानी सदस्यता खत्म होने से पहले ही नए सदस्य बन जाते थे. इसके चलते करीब 70.90 लाख सदस्यों की सदस्यता 30 जून को खत्म हो गई थी.इसलिए जल्दबाजी में 05 जुलाई से सदस्यता अभियान शुरू किया गया.
ऐसे चल रहा है सदस्यता अभियान सपा संविधान के अनुसार पार्टी में पहले प्रारंभिक सदस्यता लेना अनिवार्य होता है. इसके बाद यह प्रारंभिक सदस्य 20 रूपये की पर्ची कटवा का 50 नए सदस्यों को अपने साथ जोड़ते हैं, तब जाकर प्रारंभिक सदस्यों को सक्रिय सदस्य बनाया जाता है. इसके बाद प्रारंभिक सदस्यों में से 15 फीसद राज्य और 10 फीसद राष्ट्रीय सम्मेलन के लिए चुना जाएंगे.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद