UP News: जेल से निकलते ही सपा विधायक इरफान सोलंकी की पुलिस से नोकझोंक, काफिले के साथ महराजगंज रवाना…
बांग्लादेशी नागरिक रिजवान मोहम्मद को प्रमाण पत्र देने के मामले में सपा विधायक इरफान सोलंकी को आरोपित बनाए जाने के बाद पुलिस जेल पहुंची. वहां विधायक के 1,350 हस्ताक्षर नमूने के तौर पर लिए गए. बताया जा रहा है कि इस दौरान विधायक ने कार्रवाई को लेकर विरोध भी जताया.
Kanpur: आगजनी और फर्जी आधार कार्ड के मामले में जेल में बंद समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी की एक बार फिर से पुलिस से नोकझोंक हुई है. सुरक्षा की दृष्टि को देखते हुए शासन के आदेश पर इरफान सोलंकी को कानपुर जेल से महराजगंज जेल में शिफ्ट करने का आदेश आया था, जिसके बाद आज कानपुर पुलिस सपा विधायक को शिफ्ट कराने के लिए कानपुर जेल पहुंची.
इस दौरान सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मी जब सपा विधायक को लेकर जा रहे थे, तो उस दौरान धक्का मुक्की हुई. इस पर सपा विधायक भड़क गए और उनकी पुलिस से नोकझोंक हुई. बाद में पुलिस उन्हें लेकर महराजगंज के लिए रवाना हो गई.
इस मामले के बाद बढ़ी मुश्किलें
कानपुर के जाजमऊ थाने में प्लॉट कब्जा करने के मकसद से आगजनी के मामले एक एफआईआर दर्ज हुई थी और दूसरी एफआईआर ग्वालटोली थाने में फर्जी आधार कार्ड बनाने के मामले में दर्ज हुई थी. दोनों ही मामलों में पुलिस ने चार्जशीट लगाकर कोर्ट में दाखिल कर दी है. वहीं कानपुर पुलिस ने न्यायाधीश को पत्र लिखकर मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की अर्जी दी हुई है. फिलहाल इरफान सोलंकी को कानपुर जेल से करीब 450 किलोमीटर दूर महराजगंज जेल में शिफ्ट करने के लिए भेजा गया है. सपा विधायक की सुरक्षा में 5 गाड़ियों का काफिला लगा हुआ है. रास्ते में खाने पीने के लिए गाड़ियों में फल और पानी का इंतजाम किया गया.
सपा विधायक के लिए गए 1350 हस्ताक्षर
बांग्लादेशी नागरिक रिजवान मोहम्मद को प्रमाण पत्र देने के मामले में सपा विधायक इरफान सोलंकी को आरोपित बनाए जाने के बाद पुलिस जेल पहुंची. वहां विधायक के 1350 हस्ताक्षर नमूने के तौर पर लिए गए. बताया जा रहा है कि इस दौरान विधायक ने कार्रवाई को लेकर विरोध भी जताया. हस्ताक्षर के नमूने लेने में टीम को लगभग एक घंटा लगा. हस्ताक्षर नमूने और आधार कार्ड सत्यापन फॉर्म को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा.
निजी एक्सपर्ट से हो चुकी जांच
बता दें कि सपा विधयाक इरफान सोलंकी के हस्ताक्षरों का फौरी तौर पर मिलान पुलिस पहले निजी एक्सपर्ट से करा चुकी है. रिजवान मोहम्मद को नौ घंटे की रिमांड पर लिया गया तो उसने भी विधायक के हस्ताक्षर किए जाने की बात कबूल की थी. इस पर सोमवार को पुलिस ने विधायक को मूलगंज थाने में बांग्लादेशी नागरिक व उसके परिवार के खिलाफ दर्ज केस में आरोपित बना दिया. कोर्ट में विधायक के खिलाफ मजबूत सबूत वह प्रमाण पत्र है, जिसके जरिए इरफान ने रिजवान मोहम्मद को यहां का नागरिक बताया था. इसके लिए जरूरी है कि विधायक और प्रमाण पत्र के हस्ताक्षरों का मिलान फोरेंसिक लैब से करा उस रिपोर्ट को कोर्ट में सबूत के तौर पर दाखिल किया जाए.
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हस्ताक्षर लेने के पीछे ये है वजह
हस्ताक्षर के लिए एक एसीपी व इंस्पेक्टर की टीम जेल पहुंची थी. विधायक को जेलर के कमरे में बुलाकर हस्ताक्षर लेने शुरू किए गए. इतने हस्ताक्षर लेने के पीछे पुलिस सूत्रों ने वजह बताई है कि विधायक कहीं शातिराना तरह से अपने हस्ताक्षर न बदल दें. कहीं वह कुछ लाइनों में इधर उधर न कर दें. इस कारण इतने हस्ताक्षर कराए गए हैं. अब सभी हस्ताक्षरों का मिलान होगा.