Gorakhpur News: मर्डर केस में लापरवाही बरतने पर एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने 10 थानेदारों को तलब किया है. पीपीगंज थाने की पुलिस 13 नवंबर 2017 से मुकदमे की विवेचना कर रही है, लेकिन यह विवेचना अभी तक पूरी नहीं हो सकी. आरोप है कि हत्या के मुकदमे की विवेचना में इन लोगों ने लापरवाही बरती, जिसकी वजह से अभी तक केस लंबित है, और पीड़ित को न्याय नहीं मिल सका.
दरअसल, 23 जून 2017 को कुशीनगर जिले के जटहां बाजार थाना क्षेत्र में बाजूपट्टी निवासी नगीना प्रसाद के बेटे का शव पेड़ से लटका मिला था. उसके बाद पीड़ित पिता की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया था. मामले की विवेचना में पुलिस ने खुदकुशी करने का प्रमाण मिलने की बात करते हुए 20 सितंबर 2017 को फाइनल रिपोर्ट लगा दी. जिसके बाद वादी ने आपत्ति जताते हुए डीआईजी को प्रार्थना पत्र देकर दूसरे जिले की पुलिस से इस मुकदमे की विवेचना कराने की गुजारिश की थी.
डीआईजी ने गोरखपुर पुलिस को विवेचना नए सिरे से कराने का आदेश दिया. इस केस को ट्रांसफर कर दिया. गोरखपुर जिले के पीपीगंज थाने की पुलिस 13 नवंबर 2017 से ही इस मुकदमे की विवेचना कर रही है, लेकिन वह अभी भी पूरी नहीं हो सकी. जिसके बाद वादी ने मुकदमे को लेकर हाईकोर्ट में गुहार लगाई थी. इस बीच एसएसपी ग्रोवर ने पीपीगंज थाने में तैनात 10 थानेदारों को तलब किया है.
मामले में जो थानेदार विवेचना कर रहे हैं उनमें- राज प्रकाश सिंह, सौरभ राय, देवेंद्र कुमार, अरुण पवार, दुर्गेश सिंह, धर्मेंद्र पांडे, आशुतोष सिंह, दिनेश मिश्रा, राजेंद्र मिश्रा और सत्य प्रकाश सिंह, गोरखपुर एसएसपी ने इन सभी थानेदारों को नोटिस जारी कर तलब किया है ,और सभी थानेदारों से कहा गया है कि एसपी नॉर्थ के कार्यालय में पहुंचकर अपना बयान दर्ज कराए.
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रिपोर्टर- कुमार प्रदीप, गोरखपुर