Gorakhpur News: एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई, प्रतिबंधित नशीली इंजेक्शन के साथ एक तस्कर गिरफ्तार, पूछताछ जारी
Gorakhpur News: गोरखपुर एसटीएफ ने नशीली इंजेक्शन की एक बड़ी खेप पकड़ने में सफलता हासिल की है. साथ ही एसटीएफ ने एक तस्कर को भी गिरफ्तार किया है. तस्कर डायजेपाम और ब्रूपेनाफिन कि 2 हजार 700 इंजेक्शन की खेप लेकर नेपाल सप्लाई करने जा रहा था.
Gorakhpur Crime News: गोरखपुर एसटीएफ ने नशीली इंजेक्शन की एक बड़ी खेप पकड़ने में सफलता हासिल की है. साथ ही एसटीएफ ने एक तस्कर को भी गिरफ्तार किया है. तस्कर डायजेपाम और ब्रूपेनाफिन कि 2 हजार 700 इंजेक्शन की खेप लेकर नेपाल सप्लाई करने जा रहा था. पुलिस और प्रशासन नशीली दवाओं की तस्करी को लेकर काफी सख्त है लेकिन तमाम दावों के बाद भी तस्कर नशीली दवाओं की इंटरनेशनल तस्करी कर रहे हैं.
गोरखपुर से नेपाल ले जा रहा था नशीली इंजेक्शन
फिलहाल एसटीएफ नशीली इंजेक्शन की सप्लाई गोरखपुर में कहां से हो रही है इन सारे बिंदुओं पर जांच कर रही है. एसटीएफ के मुताबिक यह दोनों इंजेक्शन इंटरनेशनल मार्केट में पूरी तरह प्रतिबंधित है इन इंजेक्शन को अब तस्करी कर नशे के तौर पर बेचा जा रहा है.
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि नशीली इंजेक्शन की खेप को गोरखपुर के रास्ते बिहार और नेपाल में भेजा जा रहा है. इसकी सूचना पर एसटीएफ टीम लगातार काम कर रही थी एसटीएफ यूनिट इंचार्ज सत्य प्रकाश सिंह ने बताया कि गुरुवार की देर रात एसटीएफ को मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी कि एक फोर्ड फिस्टा कार नशीली दवाओं की खेप नेपाल जा रही है.
जिसके बाद टीम ने तत्परता दिखाते हुए घेराबंदी करना शुरू कर दिया. पीपीगंज थाना क्षेत्र के भगवानपुर चौराहे पर उन्होंने मुखबिर की निशानदेही पर टीम ने कार को रोक लिया जैसे ही पुलिस ने कार को रोका उस में बैठक ड्राइवर गाड़ी छोड़कर भागने लगा जिसके बाद टीम ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया.
पकड़े गए आरोपी की हुई पहचान
एसटीएफ टीम ने कार की तलाशी ली तो उसमें भारी मात्रा में इंजेक्शन मिली जिसकी इंडिया के बाजार में कीमत 1 लाख 70 हजार है. जबकि इंटरनेशनल मार्केट में इसकी कीमत 7 लाख रुपए बताई जा रही है. कार में दो कंपनियों के इंजेक्शन भरे थे. पकड़े गए आरोपी की पहचान महाराजगंज जिले के सुकरौली सोनौली बाजार के रहने वाले आमिर खान के रूप में हुई है. पूछताछ में उसने बताया कि लकी नाम का युवक है जो नौतनवा में कपड़े की दुकान चलाता है यह इंजेक्शन आमिर को लकी ने ही उपलब्ध कराया था. लकी ने ही आमिर को एक मोबाइल नंबर दिया था जिससे पीपीगंज में यह इंजेक्शन उससे मिला है.
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अन्य आरोपियों की तलाश में एसटीएफ
एसटीएफ द्वारा पूछताछ में यह जानकारी हुई कि आमिर नशीली दवाओं की तस्करी का काम काफी समय से कर रहा है. और इस कारोबार के चलते वो जेल भी जा चुका है. अभी कुछ दिन पहले ही वह गैंगस्टर एक्ट के मामले में महाराजगंज जेल से छूट कर बाहर आया है. फिलहाल एसटीएफ आरोपी लकी और पीपीगंज में सप्लायर की तलाश कर रही है. जिसने आमिर को इंजेक्शन प्रोवाइड कराया था और इस बात की भी जानकारी कर रही है कि यह सप्लाई आमिर कहां देने जा रहा था और कौन-कौन लोग इससे जुड़े हुए हैं.
रिपोर्टर –कुमार प्रदीप, गोरखपुर