Bareilly News: एसटीएफ को मिली बड़ी कामयाबी, अफीम के साथ तीन तस्कर गिरफ्तार
Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने तीन अफीम तस्करों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से तीन किलो अफीम बरामद हुई है. एसटीएफ ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी है.
Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने तीन अफीम तस्करों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से तीन किलो अफीम बरामद हुई है. एसटीएफ ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी है. बरेली में अफीम और स्मैक तस्करों के खिलाफ काफी समय से कार्रवाई की जा रही है. पुलिस तस्करों की करोड़ों की संपत्ति को जब्त भी कर चुकी है.
पुलिस और एसटीएफ टीम को मिली थी सूचना
बरेली के नवाबगंज थाना पुलिस और एसटीएफ टीम को अफीम तस्करों के किसी को सप्लाई देने की सूचना मिली थी. इसके बाद नवाबगंज से बरखेड़ा जाने वाले मार्ग पर स्थित रानीगंज धर्म कांटे के पास टीम ने दविश दी. इसमें बदायूं के बिनावर थाना क्षेत्र के मोहम्मद नगर गांव निवासी रामलाल, सुभाषनगर थाना क्षेत्र के सिठोरा गांव निवासी जोधा सिंह, बदायूं जनपद के बिनावर थाना क्षेत्र के करतौली गांव निवासी जतन कश्यप को अफीम के साथ गिरफ्तार किया.
तीन किलो अफीम बरामद
पुलिस ने आरोपियों की तलाशी की. इस दौरान आरोपियों से 3 किलो अफीम बरामद हुई. आरोपी अफीम तस्करों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उक्त अफीम को नागालैंड से लाए थे. इसकी सप्लाई असीम को देने जा रहे थे. वह ग्राहक का इंतजार कर रहे थे. इसी दौरान पुलिस आ गई. पुलिस ने आरोपी अफीम तस्करों को गिरफ्तार कर लिया. इनके खिलाफ एनडीपीएस की एफआईआर दर्ज की गई. इसके साथ ही पूछताछ कर और तस्करों के नाम खुलवाने की तैयारी है.
एसटीएफ ने ड्रग्स माफिया को किया था गिरफ्तार
यूपी एसटीएफ की बरेली टीम ने कुछ महीने पहले ड्रग्स माफिया उसमान को बड़ी मात्रा में स्मैक के साथ गिरफ्तार किया था. उसके खिलाफ कार्रवाई कर जेल भेज चुकी है. बहरहाल बता दें कि बरेली में 50 से अधिक ड्रग्स सप्लायर हैं. इनके खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. ड्रग्स सप्लायर की कोठी, शादी हॉल, कॉम्प्लेक्स आदि को भी गिराया जा चुका है. शहर के फतेहगंज पश्चिमी थाने के गैंगस्टर फैजान उर्फ राजा बाबू, फतेहगंज पूर्वी के छोटे, कल्लू आदि के घरों को बुल्डोजर से गिराया जा चुका है.
रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली