AU के पूर्व कार्यवाहक कुलपति प्रो विनय पाठक के कार्यकाल के कामों की जांच में जुटी STF, खुलेंगे कई ‘राज’

सोमवार को एसटीएफ आगरा विश्वविद्यालय पहुंची. और करीब दो घंटे तक रजिस्ट्रार और सब रजिस्ट्रार कार्यालय में कर्मचारियों से पूछताछ की. वहीं रंगदारी वाले मामले में प्रोफेसर विनय पाठक के साथ सम्मिलित आरोपी अजय मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 31, 2022 6:58 PM

Agra News: ताजनगरी के डॉक्टर भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के पूर्व कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक पर लखनऊ के इंदिरा नगर में रंगदारी मांगने और मारपीट के मामले में मुकदमा दर्ज हुआ है. इसके बाद आज सोमवार को एसटीएफ आगरा विश्वविद्यालय पहुंची. और करीब दो घंटे तक रजिस्ट्रार और सब रजिस्ट्रार कार्यालय में कर्मचारियों से पूछताछ की. वहीं रंगदारी वाले मामले में प्रोफेसर विनय पाठक के साथ सम्मिलित आरोपी अजय मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के पूर्व कार्यवाहक कुलपति और वर्तमान में कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति विनय पाठक के खिलाफ लखनऊ के इंदिरा नगर थाने में एफ आई आर दर्ज हुई. जिसमें विश्वविद्यालय में परीक्षा का काम करने वाली एजेंसी डिजिटेक्स टेक्नोलॉजीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर डेविस मारियो डेनिस ने विनय पाठक व एक्सएलआईसीटी कंपनी के मालिक अजय मिश्रा को नामजद किया था.

इस मामले में एसटीएफ ने अजय मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जिसके बाद सोमवार को एसटीएफ की टीम दोपहर करीब 2:00 बजे डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में पहुंची. जहां पर टीम ने कुलपति सचिवालय, रजिस्ट्रार और सब रजिस्ट्रार के कार्यालय में मौजूद कर्मचारियों से काफी देर तक पूछताछ की. प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रोफेसर विनय पाठक आगरा में कार्यवाहक कुलपति के तौर पर 15 महीने तक रहे थे. ऐसे में एसटीएफ ने कुलपति के 15 महीने के कार्यकाल में जो भी भुगतान व काम किए गए उन सब का रिकॉर्ड तलब किया. साथ ही उनके कार्यकाल में मौजूद रहे सभी कर्मचारियों व शिक्षकों से कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी जुटाई.

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र‍िपोर्ट : राघवेंद्र गहलोत

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