DGP तक पहुंचा बरेली के मझौआ गंगापुर का विवाद, दोनों समुदायों ने एक दूसरे को ठहराया जिम्मेदार, जांच जारी
भोजीपुरा में मंगलवार को ताजियों के जुलूस का बवाल डीजीपी तक पहुंच गया. डीजीपी के आश्वासन के बाद रात में ही थाने पहुंचे नाराज भाजपाई शांत हुए. फिलहाल, पुलिस ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और मेडिकल की दुकान से हुई लूटपाट का मुकदमा दर्ज किया.
Bareilly News: बरेली के भोजीपुरा में मंगलवार को ताजियों के जुलूस का बवाल डीजीपी तक पहुंच गया. डीजीपी के आश्वासन के बाद रात में ही थाने पहुंचे नाराज भाजपाई शांत हुए. इसके साथ ही पुलिस को देर रात बवाल के आरोपी जिला पंचायत सदस्य को थाने से छोड़ना पड़ा. पुलिस ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और मेडिकल की दुकान से हुई लूटपाट का मुकदमा दर्ज किया. मगर, भाजपाइयों ने आरोपी जिला पंचायत सदस्य का मेडिकल कराने के बाद तहरीर दिलवाई. इस पर भी मुकदमा होने की बात भाजपाइयों ने कही है.
दरअसल, भोजीपुरा थाना क्षेत्र के मझौआ गंगापुर गांव में मंगलवार को मोहर्रम के आशूरा पर ताजियों का जुलूस निकल रहा था. इसमें डीजे की धुन पर हजरत हसन-हुसैन की शान में तकरीर बज रही थी. दूसरे समुदाय के लोगों ने डीजे का विरोध किया. उन्होंने डीजे बजाने को नई परंपरा बताया. इस पर जुलूस में शामिल लोगों ने पिछले वर्षो में भी डीजे के साथ जुलूस निकलने की बात कही. कुछ लोगों ने सावन में गांव के कबंडियों के जुलूस में डीजे बजने की बात कह दी. इससे मामला बिगड़ गया.
कुछ ही देर में पथराव शुरू हो गया. दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे पर माहौल बिगाड़ने और पथराव का आरोप लगाया है. इससे भगदड़ मच गई. कुछ लोगों के चोटिल होने की बात सामने आई है. बवाल की सूचना पर सीओ अजय कुमार गौतम कई थानों की फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे थे. पुलिस ने डीजे हटवाकर शांतिपूर्वक ताजियों का जुलूस निकलवाया. मगर, पुलिस ने बबाल के वीडियो और जांच के बाद लोगों को भड़काने के आरोप में गांव के ही भाजपा के जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र गंगवार को हिरासत में ले लिया. यह जानकारी भाजपाइयों को लगी.
उन्होंने पहले पुलिस से जिला पंचायत सदस्य को छोड़ने को कहा, लेकिन वह नहीं छूटा. इसके बाद रात में ही भाजपा के नवाबगंज विधायक डॉ. एमपी आर्य, फरीदपुर विधानसभा के विधायक प्रो.श्याम बिहारी लाल, मीरगंज के विधायक डॉ.डीसी वर्मा, पूर्व मंत्री बहोरन लाल मौर्य, प्रशांत पटेल समेत बड़ी संख्या में भाजपाई भोजीपुरा थाने पहुंच गए. उन्होंने थाने में नरेंद्र गंगवार की गिरफ्तारी पर नाराजगी जताई. इसके बाद भी नरेंद्र को न छोड़ने पर डीजीपी से फोन पर बात की. डीजीपी के आश्वासन पर आरोपी जिला पंचायत सदस्य को रात में ही छोड़ा गया. इसके साथ ही भाजपाइयों ने बताया कि डीजीपी से सीओ नवाबगंज और पुलिस की कार्यशैली की भी शिकायत की. भाजपाइयों ने कुछ पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की उम्मीद जताई है.
वरिष्ठ भाजपा नेता प्रशांत पटेल ने बताया कि, जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र गंगवार को बवाल के दौरान चोट लगी थी. पुलिस ने उसको ही पकड़ लिया. उसको छुड़वाने विधायकों के साथ थाने पहुंचे थे. इस मामले में डीजीपी से बात की गई. उनके आश्वासन के बाद रिहाई हुई है. जिला पंचायत सदस्य का मेडिकल कराने के बाद तहरीर दी गई है. पुलिस ने रात में जिला पंचायत सदस्य की तरफ से भी मुकदमा कायम कर लिया है.
एसपीआरए राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि, ताजियों के जुलूस में विवाद हो गया था. इसमें पुलिस की तरफ से संप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और मेडिकल संचालक की तरफ से मेडिकल में लूटपाट करने का मुकदमा दर्ज कराया गया है. तीसरा मुकदमा नहीं हुआ है. मामले की जांच चल रही है.
रिपोर्ट: मुहम्मद साजिद