Noida News: नोएडा के सुपरटेक ट्विन टावरों को गिराने (Twin Tower Demolition) का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. इन टावरों को 28 अगस्त यानी कल दोपहर 2.30 बजे जमींदोज कर दिया जाएगा. इसे ध्वस्त करने के लिए आधुनिक इंजीनियरिंग (Modern engineering), उन्नत तकनीक (Advanced technology) और विज्ञान (Science) के नियम का उपयोग किया जाएगा. 800 करोड़ की बहुमंजिला इमारत को गिराने के लिए सभी तैयारी पूरी कर ली गई हैं.
रविवार के दिन निर्धारित समय पर विस्फोटकों से लोड इस बिल्डिंग को 12 सेकंड में धुएं के गुबार में तब्दील कर दिया जाएगा. नोएडा विकास प्राधिकरण की ओर से आसपास की सोसाइटी में रहने वाले लोगों के लिए एडवाइजरी पहले ही जारी की जा चुकी है. इन इलाकों में रहने वाले लोग पहले ही दूसरी जगह शिफ्ट हो चुके हैं. इसके अलावा मुख्य कार्यपालक अधिकारी (chief executive officer) ने भी इसे लेकर बैठक की है, जहां ये निर्णय लिया गया है कि ट्विन टावर ध्वस्त किए जाने के दौरान विमान नोएडा के आसमान से उड़ान नहीं भर सकेंगे.
सुपरटेक के अवैध ट्विन टावर एपेक्स और सेयान को गिराए जाने के मद्देनजर नोएडा के स्वास्थ्य विभाग ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूरी तैयारी कर ली हैं. अधिकारियों का कहना है कि, सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों के अलावा, तीन निजी अस्पताल भी किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में मरीजों को समायोजित करने के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं.
ट्विन टावरों के दो सबसे करीबी सोसाइटी-एमराल्ड कोर्ट और एटीएस विलेज के 5,000 से अधिक निवासियों को रविवार यानी आज सुबह तक निकाला जाएगा. उनके लगभग 2,700 वाहन भी परिसर से हटा दिए जाएंगे और निवासी अपने लगभग 150-200 पालतू जानवरों को भी साथ ले जाएंगे. लगभग 100 मीटर ऊंची संरचनाओं को गिराने में लगे भारतीय और विदेशी विध्वंसकों की एक टीम को छोड़कर, जुड़वां टावरों के चारों ओर 500 मीटर के दायरे में एक निषेध क्षेत्र बनाया जाएगा, जहां किसी भी व्यक्ति या पशु को आने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
दरअसल, सुपरटेक ट्विन टावरों को इसलिए गिराया जा रहा हैं, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने अपनी जांच में पाया था कि सुपरटेक ने इन टावरों को बनाते समय निर्माण शर्तों का जमकर उल्लंघन किया था. इस ट्विन टावर का निर्माणकार्य 2009 में शुरू हुआ था. इस दोनों टावर में कुल 950 से ज्यादा फ्लैट्स बनाए जाने थे. लेकिन निर्माण शर्तों का पालन न करने पर कोर्ट ने इसे गिराने का फैसला सुनाया है.