सुप्रीम कोर्ट के आदेश से आजम खां की जौहर यूनिवर्सिटी से हटा प्रशासन का कब्जा, तारबंदी हटाने की है तैयारी
मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी सपा नेता आजम खां का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है. मगर यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के बाद आजम खां के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर विवाद खड़ा हो गया. अब जौहर विश्वविद्यालय में शत्रु संपत्ति होने की जानकारी बाहर आई थी.
Azam Khan Jauhar University: सपा नेता आजम खां के ड्रीम प्रोजेक्ट मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी की दो इमारतों से प्रशासन ने कब्जा हटा लिया है. दोनों बिल्डिंग से तार हटा दिए गए हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन ने यह कदम उठाया है. दोनों इमारतें शत्रु संपत्ति की जमीन पर बने होने का आरोप है. शत्रु संपत्ति से तारबंदी हटाने का काम भी शुक्रवार से शुरू हो जाएगा.
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी सपा नेता आजम खां का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है. मगर यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के बाद आजम खां के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर विवाद खड़ा हो गया. अब जौहर विश्वविद्यालय में शत्रु संपत्ति होने की जानकारी बाहर आई थी. इसको लेकर आजम खां के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था, जिसमें उनकी जमानत मंजूर हो चुकी है. हालांकि, हाईकोर्ट के आदेश के बाद जिला प्रशासन ने 13.842 हेक्टेयर शत्रु संपत्ति की तारबंदी कर दी थी. जमीन पर बनीं दो इमारतों को सील कर दिया गया था. हाइकोर्ट के इसी आदेश के खिलाफ आजम खां ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी.
तारबंदी हटाने के आदेश दिए
मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले को अनुचित ठहराते हुए प्रशासन को जमीन कब्जा मुक्त करने और तारबंदी हटाने के आदेश दिए थे. गुरुवार को तहसीदर सदर प्रमोद कुमार टीम के साथ मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय पहुंचे. उन्होंने शत्रु संपत्ति पर बनीं दो इमारतों को सील मुक्त कर दिया है. इमारतों के आगे लगाए गए कंटीले तारों को हटा दिया गया है. इनमें आवासीय बिल्डिंग और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स शामिल हैं. अफसरों की मानें तो शत्रु संपत्ति की जमीन पर बनीं इमारतें अब पूरी तरह से यूनिवर्सिटी के कब्जे में हैं. शुक्रवार से तारबंदी भी हटानी शुरू कर दी जाएगी.