Solar eclipse In India: कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या पर 25 अक्टूबर को सूर्यग्रहण (Solar eclipse) लगेगा. यही कारण है कि दीपावली एक दिन पहले 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी. ज्योतिषाचार्य रिषी द्विवेदी के मुताबिक, सूर्यग्रहण 25 अक्टूबर को सुबह 11:28 बजे से शाम 6:33 बजे तक रहेगा. हालांकि, देशभर में यह सूर्यग्रहण शाम 4:42 बजे से शाम 5:22 बजे तक ही रहेगा. इसका सूतक काल 12 घंटे पहले शुरू हो जाएगा. ऐसे में 25 अक्टूबर को तड़के 4:42 बजे तक ही अमावस्या पूजन किया जा सकता है.
यम पंचक 22 अक्टूबर की शाम 4:32 बजे से 27 अक्टूबर दोपहर 2:12 बजे तक रहेगा. पंडित रिषी द्विवेदी के अनुसार, शास्त्रों में यह पंचक के दौरान मथुरा-वृंदावन में दीपदान का विधान करने को कहा जाता है. ऐसे में जो लोग मथुरा-वृंदावन न जा पाएं वे घर पर ही कृष्ण भगवान की पूजा-पाठ कर सकते हैं. इसी कड़ी में दीपावली के बाद 26 अक्टूबर को गोवर्धन अन्नकूट पूजा होगी तो 27 अक्टूबर को भाई दूज और चित्रगुप्त भगवान का पूजन किया जाता है. दूज का पूजन 27 अक्टूबर को सूर्योदय के बाद पूरे दिन किया जा सकेगा. मगर दोपहर 2:12 बजे तक पूजन करना अत्यधिक फलदायी रहेगा.
पंडित रिषी द्विवेदी के अनुसार, इस साल कुल चार ग्रहण हैं. इसमें दो सूर्यग्रहण और दो चंद्रगहण हैं. इनमें से 30 अप्रैल का सूर्यग्रहण और 16 मई का चंद्रग्रहण देश में नहीं दिखाई दिया था. मगर अब जो दो ग्रहण लगने वाले हैं वह भारत में साफ दिखेगा. इनमें से एक 25 अक्टूबर को पड़ने वाला सूर्यग्रहण है और 8 नवंबर को चंद्रग्रहण भी साफ दिखेगा. 8 नवंबर को दोपहर 2:39 बजे से चंद्रग्रहण शुरू होगा. इसका मध्य काल शाम 4:29 बजे और मोक्ष काल शाम 6:19 बजे से होगा. इसका सूतक काल सुबह 5:39 बजे से प्रभावी हो जाएगा. वहीं, दीपावली के दिन की जाने वाली लक्ष्मी-कुबेर की पूजा का समय शाम 6:57 बजे से रात 8:53 बजे तक किया जा सकेगा. वहीं, 23 अक्टूबर को धनतेरस के दिन ही छोटी दिवाली मनाई जाएगी.