UP Chunav 2022: भाजपा की योगी सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य अब बीजेपी से इंतकाम लेने पर उतारू हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य आज यानी 14 जनवरी को समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं. मौर्य ने बीजेपी छोड़ते समय कहा कि, ‘मैं 14 जनवरी को समाजवादी पार्टी में शामिल होने जा रहा हूं. मुझे किसी भी छोटे या बड़े नेता का फोन नहीं आया है. यदि वे समय पर सजग होते और जनता के मुद्दों पर काम किया होता तो बीजेपी को इसका सामना नहीं करना पड़ता.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा को ज्वाइन करते ही योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने कहा कुछ लोग झूठे आरोप लगाकर मुझे बदनाम कर रहे हैं. केशव प्रसाद मौर्य और स्वामी प्रसाद मौर्य के नाम का इस्तेमाल कर भाजपा ने सरकार बनाई थी. उन्होंने आगे कहा कि सरकार बनाएं दलित और पिछड़े, मलाई खाते हैं यह लोग.
उन्होंने 69000 शिक्षकों की भर्ती में 19000 पदों पर सामान्य वर्ग के लोगों की नियुक्ति पर उठाए सवाल. कहा कि, अनुसूचित जाति एवं जनजाति के संवैधानिक अधिकारों को छीन रही प्रदेश की योगी सरकार. योगी जी ने मुख्यमंत्री के पद पर बैठकर बंटवारे की लाइन खींची. समाजवादी पार्टी अब लोहियावादियों की ही नहीं अंबेडकरवादियों की भी पार्टी बन गई.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट से इस्तीफा देते ही बीजेपी के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी थी. साथ ही उन्होंने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के साथ अपनी तस्वीर साझा करते हुए स्पष्ट कर दिया कि वह बीजेपी से पूरी तरह नाता तोड़ चुके हैं. बीजेपी छोड़ने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि बीजेपी को 2017 से पहले की तरह 45 सीटों पर सिकोड़ देंगे.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट से इस्तीफा देते ही बीजेपी के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी थी. साथ उन्होंने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के साथ अपनी तस्वीर साक्षा करते हुए स्पष्ट कर दिया कि वह बीजेपी से पूरी तरह नाता तोड़ चुके हैं. मौर्य ने ट्विटर पर लिखा था कि वह दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों और छोटे-लघु व मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर अपेक्षा की वजह से उन्होंने इस्तीफा दिया है.
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बीजेपी की योगी सरकार के तीन मंत्री अब तक पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं. मंत्रियों के इस्तीफे का सिलसिला स्वामी प्रसाद मौर्य से शुरू हुआ था. उसके बाद मंत्री दारा सिंह ने भी पार्टी का दामन छोड़ दिया, फिर योगी सरकार में मंत्री रहे धर्म सिंह सैनी ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया. कुल मिलाकर पार्टी के तीन मंत्री विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं. ऐसी संभावना है कि जल्द ही ये नेता समाजवादी पार्टी के साथ चुनाव लड़ते नजर आएंगे. दरअसल, इससे पहले बीजेपी के जितने में विधायकों ने इस्तीफा दिया हैं, उनमें से अधिकतर समाजवादी पार्टी में शामिल हो चुके हैं.